धर्म

नैना देवी की आरती – Mata Naina Devi Aarti

नैना देवी की आरती सभी दुःखों का नाश कर इहलोक और परलोक के सभी सुख प्रदान करने में सक्षम है।

माता की कृपा सदैव प्रवाहित हो रही है, आवश्यकता है तो बस साफ दिल से और श्रद्धा से परिपूर्ण होकर माँ को याद करने की। नैना देवी की आरती का प्रभाव चमत्कारी है जो सब कष्टों को नष्ट करने वाला है। नैना देवी मंदिर में माता के दर्शन, नैना देवी की आरती (Naina Devi Aarti) का गायन और उनका नित्य स्मरण सारे क्लेशों को सदा-सर्वदा के लिए समाप्त कर देता है। नवरात्रों में माता की उपासना का विशेष महत्व बताया जाता है। इस दौरान माता नैना देवी की पूजा के बाद आरती गाने से पूजा में होई सभी भूलों से उत्पन्न दोषों का निवारण सहज ही हो जाता है।

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तेरा अदभुत रूप निराला, आजा! मेरी नैना माई ए।
तुझपै तन मन धन सब वारूं, आजा मेरी नैना माई ए॥

सुन्दर भवन बनाया तेरा, तेरी शोभा न्यारी।
नीके नीके खम्भे लागे, अद्-भुत चित्तर करी।
तेरा रंग बिरंगा द्वारा॥ आजा

झाँझा और मिरदंगा बाजे, और बाजे शहनाई।
तुरई नगाड़ा ढोलक बाजे, तबला शब्त सुनाई।
तेरे द्वारे नौबत बाजे॥ आजा

पीला चोला जरद किनारी, लाल ध्वजा फहराये।
सिर लालों दा मुकुट विराजे, निगाह नहिं ठहराये।
तेरा रूप न वरना जाए॥ आजा

पान सुपारी ध्वजा, नारियल भेंट तिहारी लागे।
बालक बूढ़े नर नारी की, भीड़ खड़ी तेरे आगे।
तेरी जय जयकार मनावे॥ आजा

कोई गाए कोई बजाए, कोई ध्यान लगाये।
कोई बैठा तेरे आंगन में, नाम की टेर सुनाये।
कोई नृत्य करे तेरे आगे॥ आजा

कोई मांगे बेटा बेटी, किसी को कंचन माया।
कोई माँगे जीवन साथी, कोई सुन्दर काया।
भक्तों किरपा तेरी मांगे॥ आजा

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विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर नैना देवी की आरती (Naina Devi Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें नैना देवी की आरती रोमन में–

terā adabhuta rūpa nirālā, ājā! merī nainā māī e।
tujhapai tana mana dhana saba vārūṃ, ājā merī nainā māī e॥

sundara bhavana banāyā terā, terī śobhā nyārī।
nīke nīke khambhe lāge, ad-bhuta cittara karī।
terā raṃga biraṃgā dvārā॥ ājā

jhā~jhā aura miradaṃgā bāje, aura bāje śahanāī।
turaī nagāḍa़ā ḍholaka bāje, tabalā śabta sunāī।
tere dvāre naubata bāje॥ ājā

pīlā colā jarada kinārī, lāla dhvajā phaharāye।
sira lāloṃ dā mukuṭa virāje, nigāha nahiṃ ṭhaharāye।
terā rūpa na varanā jāe॥ ājā

pāna supārī dhvajā, nāriyala bheṃṭa tihārī lāge।
bālaka būḍha़e nara nārī kī, bhīḍa़ khaḍa़ī tere āge।
terī jaya jayakāra manāve॥ ājā

koī gāe koī bajāe, koī dhyāna lagāye।
koī baiṭhā tere āṃgana meṃ, nāma kī ṭera sunāye।
koī nṛtya kare tere āge॥ ājā

koī māṃge beṭā beṭī, kisī ko kaṃcana māyā।
koī mā~ge jīvana sāthī, koī sundara kāyā।
bhaktoṃ kirapā terī māṃge॥ ājā

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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