धर्म

रहे जनम जनम का साथ – Rahe Janam Janam Ka Sath Mere Sajan

“रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन” तीज पर गाया जाने वाला गीत है। विशेषतः हरतालिका तीज के अवसर पर इसका गायन किया जाता है। इसमें स्त्री जन्म-जन्मान्तर तक अपने प्रिय का साथ निभाने की इच्छा व्यक्त कर रही है और भगवान शिव से इसके लिए वर प्राप्त करना चाहती है। पढ़ें इस मनमोहक गीत के बोल (Rahe Janam Janam Ka Sath Mere Sajan lyrics) हिंदी में–

पढ़ें “रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन”

रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन
हो हाथों में हरदम हाथ पिया मन भावन का
रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन

हे शिव शंकर हे भोलेदानी
मांगूँ मैं ये वरदान सदा सुहागन का
रहे जन्म जन्म का साथ मेरे साजन

तीज का व्रत उपवास किया है
सजना के नाम का शृंगार किया है
दमके मांग में सिंदूर प्रीतम के अभिमान का

हे शिव शंकर हे भोलेदानी
मांगूँ मैं ये वरदान सदा सुहागन का
रहे जन्म जन्म का साथ मेरे साजन

प्रेम रंग रंगायो मैंने मन की चुनरिया
मेरी तो जान है मेरा साँवरिया
कभी छूटे ना साथ पिया के दामन का

हे शिव शंकर हे भोलेदानी
मांगूँ मैं ये वरदान सदा सुहागन का
रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर यह मधुर गीत को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह गीत रोमन में–

Read Rahe Janam Janam Ka Sath Mere Sajan

rahe janama janama kā sātha mere sājana
ho hāthoṃ meṃ haradama hātha piyā mana bhāvana kā
rahe janama janama kā sātha mere sājana

he śiva śaṃkara he bholedānī
māṃgū~ maiṃ ye varadāna sadā suhāgana kā
rahe janama janama kā sātha mere sājana

tīja kā vrata upavāsa kiyā hai
sajanā ke nāma kā śṛṃgāra kiyā hai
damake māṃga meṃ siṃdūra prītama ke abhimāna kā

he śiva śaṃkara he bholedānī
māṃgū~ maiṃ ye varadāna sadā suhāgana kā
rahe janama janama kā sātha mere sājana

prema raṃga raṃgāyo maiṃne mana kī cunariyā
merī to jāna hai merā sā~variyā
kabhī chūṭe nā sātha piyā ke dāmana kā

he śiva śaṃkara he bholedānī
māṃgū~ maiṃ ye varadāna sadā suhāgana kā
rahe janama janama kā sātha mere sājana

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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