कविता

यारों दोस्ती – Yaaro Dosti Lyrics

यारों दोस्ती बड़ी ही हसीन है
ये ना हो तो क्या फिर
बोलो ये ज़िन्दगी है
कोई तो हो राज़दार
बेगरज तेरा हो यार
कोई तो हो राज़दार

यारों मोहब्बत ही तो बन्दगी है
ये ना हो तो क्या फिर
बोलो ये ज़िन्दगी है
कोई तो दिलबर हो यार
जिसको तुझसे हो प्यार
कोई तो दिलबर हो यार

तेरी हर एक, बुराई पे
डांटे वो दोस्त
गम की हो धूप, तो साया बने
तेरा वो दोस्त
नाचे भी वो तेरी ख़ुशी में

अरे यारों दोस्ती बड़ी ही हसीन है
ये ना हो तो क्या फिर
बोलो ये ज़िन्दगी है
कोई तो हो राज़दार
बेगरज तेरा हो यार
कोई तो हो राज़दार

तनमन करे, तुझपे फ़िदा
महबूब वो..
पलकों पे जो, रखे तुझे
महबूब वो..
जिसकी वफ़ा, तेरे लिए हो ओ..

अरे यारों मोहब्बत ही तो बन्दगी है
ये ना हो तो क्या फिर
बोलो ये ज़िन्दगी है
कोई तो दिलबर हो यार
जिसको तुझसे हो प्यार
कोई तो दिलबर हो यार

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम यारों दोस्ती (Yaaro Dosti Badi Hi Haseen) गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें यह गीत रोमन में-

Read Yaaro Dosti Badi Hi Haseen Hai Lyrics

yāroṃ dostī baḍa़ī hī hasīna hai
ye nā ho to kyā phira
bolo ye ja़indagī hai
koī to ho rāja़dāra
begaraja terā ho yāra
koī to ho rāja़dāra

yāroṃ mohabbata hī to bandagī hai
ye nā ho to kyā phira
bolo ye ja़indagī hai
koī to dilabara ho yāra
jisako tujhase ho pyāra
koī to dilabara ho yāra

terī hara eka, burāī pe
ḍāṃṭe vo dosta
gama kī ho dhūpa, to sāyā bane
terā vo dosta
nāce bhī vo terī kha़uśī meṃ

are yāroṃ dostī baḍa़ī hī hasīna hai
ye nā ho to kyā phira
bolo ye ja़indagī hai
koī to ho rāja़dāra
begaraja terā ho yāra
koī to ho rāja़dāra

tanamana kare, tujhape फ़idā
mahabūba vo..
palakoṃ pe jo, rakhe tujhe
mahabūba vo..
jisakī vaफ़ā, tere lie ho o..

are yāroṃ mohabbata hī to bandagī hai
ye nā ho to kyā phira
bolo ye ja़indagī hai
koī to dilabara ho yāra
jisako tujhase ho pyāra
koī to dilabara ho yāra

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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