हिंदी कहानी

“बीरबल को कुत्तों की हाकिमी” – अकबर बीरबल की कहानी

“बीरबल को कुत्तों की हाकिमी” एक मज़ेदार क़िस्सा है जो बीरबल की वाक्पटुता को दिखाता है। अन्य अकबर बीरबल की कहानियां पढ़ने के लिए कृपया यहाँ जाएँ – अकबर-बीरबल के किस्से

एक दिन बादशाह अकबर अपने चुने हुए दरबारियों के साथ वार्तालाप कर रहे थे।

इसी के अन्तर्गत अब्दुल फजल नामक दरबारी को बीरबल की हँसी उड़ाने की सूझी। वह बीरबल को चिताकर बोला, “आज से बीरबल को कुत्तों की हाकिमी 1 प्रदान की जाती है।”

बीरबल झट बोल उठा, “फिर तो आपको मेरी आज्ञा पालन करनी पड़ेगी।”

उलटे मुँह खाकर अब्दुल फजल शरमिन्दा हो गया। फिर कभी उसने बीरबल से ऐसी छेड़खानी नहीं करी ।


  1. हाकिमी का एक अर्थ शासन करना भी होता है।

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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