कविता

आसान नहीं यहाँ – Aasan Nahin Yahan Lyrics In Hindi

“आसान नहीं यहाँ” 2013 की प्रसिद्ध फ़िल्म आशिकी 2 का गाना है। इसे सुरों से सजाया है अरिजीत सिंह कुमार ने व संगीतबद्ध किया है जीत गांगुली ने।  इरशाद क़ामिल की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में आदित्य रॉय कपूर, श्रद्धा कपूर , शाद रंधावा और महेश ठाकुर ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें आसान नहीं यहाँ के बोल हिंदी में (Aasan Nahin Yahan lyrics in Hindi)–

“आसान नहीं यहाँ” लिरिक्स

आसान नहीं यहाँ आशिक़ हो जाना
पलकों पे काँटों को सजाना
आशिक़ को मिलती है ग़म की सौगातें
सबको ना मिलता ये ख़जाना

बातों से आगे, वादों से आगे
देखो ज़रा तुम कभी
ये तो है शोला, ये है चिंगारी
ये है जवाँ आग भी

जिस्मों के पीछे भागे हो फिरते
उतरो कभी रूह में
होता क्या आशिक़, क्या आशिक़ी है
होगी ख़बर तब तुम्हें

“आसान नहीं यहाँ” गीत से जुड़े तथ्य

फिल्मआशिकी 2
वर्ष2013
गायक / गायिकाअरिजीत सिंह
संगीतकारजीत गांगुली
गीतकारइरशाद क़ामिल
अभिनेता / अभिनेत्रीआदित्य रॉय कपूर, श्रद्धा कपूर , शाद रंधावा, महेश ठाकुर

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम आसां नहीं यहाँ गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Aasan Nahin Yahan Lyrics रोमन में-

Aasan Nahin Yahan Lyrics in Hindi

āsāṃ nahīṃ yahā~ āśika़ ho jānā
palakoṃ pe kā~ṭoṃ ko sajānā
āśika़ ko milatī hai ga़ma kī saugāteṃ
sabako nā milatā ye kha़jānā

bātoṃ se āge, vādoṃ se āge
dekho ja़rā tuma kabhī
ye to hai śolā, ye hai ciṃgārī
ye hai javā~ āga bhī

jismoṃ ke pīche bhāge ho phirate
utaro kabhī rūha meṃ
hotā kyā āśika़, kyā āśika़ī hai
hogī kha़bara taba tumheṃ

Facts about the Song

FilmAashiqui 2
Year2013
SingerArijit Singh
Musicjeet ganguly
LyricsIrshad Qamil
ActorsAditya Roy Kapoor, Shraddha Kapoor, Shaad Randhawa, Mahesh Thakur

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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