वाल्मीकि रामायण बालकाण्ड सर्ग 39 हिंदी में – Valmiki Ramayana Balakanda Chapter – 39
विश्वामित्रजी की कही हुई कथा सुनकर श्रीरामचन्द्र जी बड़े प्रसन्न हुए। उन्होंने कथाके अन्त में अग्नितुल्य तेजस्वी विश्वामित्र मुनि से
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