कविता

चाँद बालियां – Chaand Baaliyan Lyrics In Hindi

पढ़ें “चाँद बालियां” लिरिक्स

देखूं मैं तुझे या देखूं कुदरत के नजारे
मुश्किलों में है ये दिल मेरा
माना तेरी सूरत की है चाँदी सौ टका बिल्लो
मेरे दिल का सोना भी खरा

ये तेरी चाँद बालियां
है होंठों पे ये गालियाँ
ये तेरी चाँद बालियां
है होंठों पे ये गालियाँ

सोचने का मौका ना दिया हाय
मैं तो तेरे पीछे हो लिया
मैं तो तेरे पीछे हो लिया
मैं तो तेरे पीछे

सूट पटिआला तेरा जुत्ती अमृतसरिया
दिल कमजोर है मेरा
मुक्क जाणे नखरे तेरे
मेरा इश्क नइयो मुकना
पक्का है प्रॉमिस जट्ट दा

लडे नैनो के पेछे हो हो
तू दूर से मुझको खेंचे अहा
लडे नैनो के पेछे हांजी
तू दूर से मुझको खेंचे

डोर तू पतंग मैं तेरा हाय
मैं तो तेरी छत पे जा गिरा
मैं तो तेरे पीछे हो लिया
मैं तो तेरे पीछे

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम चाँद बालियां (Chaand Baaliyan) गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें यह गीत रोमन में-

Read Chaand Baaliyan Lyrics

dekhūṃ maiṃ tujhe yā dekhūṃ kudarata ke najāre
muśkiloṃ meṃ hai ye dila merā
mānā terī sūrata kī hai cā~dī sau ṭakā billo
mere dila kā sonā bhī kharā

ye terī cā~da bāliyāṃ
hai hoṃṭhoṃ pe ye gāliyā~
ye terī cā~da bāliyāṃ
hai hoṃṭhoṃ pe ye gāliyā~

socane kā maukā nā diyā hāya
maiṃ to tere pīche ho liyā
maiṃ to tere pīche ho liyā
maiṃ to tere pīche

sūṭa paṭiālā terā juttī amṛtasariyā
dila kamajora hai merā
mukka jāṇe nakhare tere
merā iśka naiyo mukanā
pakkā hai praॉmisa jaṭṭa dā

laḍe naino ke peche ho ho
tū dūra se mujhako kheṃce ahā
laḍe naino ke peche hāṃjī
tū dūra se mujhako kheṃce

ḍora tū pataṃga maiṃ terā hāya
maiṃ to terī chata pe jā girā
maiṃ to tere pīche ho liyā
maiṃ to tere pīche

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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