धर्म

मैनु लाड लड़ाया चिंतापुरनी ने – Mainu Laad Ladaya Chintapurni Ne Lyrics

पढ़े “मैनु लाड लड़ाया चिंतापुरनी ने” लिरिक्स

मैनु लाड लड़ाया चिंतापुरनी ने,
चरना विच लाया चिंतापूर्णी ने,
मेरा मान वधया चिंतपूर्णी ने,
तहियो माँ दा लाडला कहन्दे ने,

मेरी परशानिया नु दूर माँ भजाया है,
चिंता दिया लिका नु माँ मथे तो मताया है,
मेरी झोली भर दिति चिंतपूर्णी ने मैनु हर ख़ुशी दिति चिंतपूर्णी ने,
तहियो माँ दा लाडला कहन्दे ने,

कितिया ने मेहरा होइया लखा मेहरबानियां,
केहड़ी केहड़ी दसा मैं गिनाइए भी नहीं जानिया,
बड़ा किता उपकार चिंता पुरनी ने,किता रज रज प्यार चिंता पुरनी ने,
तहियो माँ दा लाडला कहन्दे ने,

राजू हरिपुरिया भी हज़ारी लगान दा,
माँ दिया भेटा मणि लाड़ला सुनाम दा,
मैनु गायक बनाया चिंता पुरनी ने,
तहियो माँ दा लाडला कहन्दे ने,

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर इस भजन को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह भजन रोमन में-

Read Mainu Laad Ladaya Chintapurni Ne Lyrics

mainu lāḍa laḍa़āyā ciṃtāpuranī ne,
caranā vica lāyā ciṃtāpūrṇī ne,
merā māna vadhayā ciṃtapūrṇī ne,
tahiyo mā~ dā lāḍalā kahande ne,

merī paraśāniyā nu dūra mā~ bhajāyā hai,
ciṃtā diyā likā nu mā~ mathe to matāyā hai,
merī jholī bhara diti ciṃtapūrṇī ne mainu hara kha़uśī diti ciṃtapūrṇī ne,
tahiyo mā~ dā lāḍalā kahande ne

kitiyā ne meharā hoiyā lakhā meharabāniyāṃ,
kehaḍa़ī kehaḍa़ī dasā maiṃ gināie bhī nahīṃ jāniyā,
baḍa़ā kitā upakāra ciṃtā puranī ne,kitā raja raja pyāra ciṃtā puranī ne,
tahiyo mā~ dā lāḍalā kahande ne,

rājū haripuriyā bhī haja़ārī lagāna dā,
mā~ diyā bheṭā maṇi lāḍa़lā sunāma dā,
mainu gāyaka banāyā ciṃtā puranī ne,
tahiyo mā~ dā lāḍalā kahande ne,

यह भी पढ़ें

कालकाजी मंदिरजय अम्बे गौरीनवदुर्गापरशुराम कृतं दुर्गा स्तोत्रजय अम्बे गौरीदुर्गा चालीसादश महाविद्याआज शुक्रवार हैभद्रकाली की आरतीचामुंडा देवी चालीसामहाकली चालीसाकाली चालीसामाँ कालीसप्तश्लोकी दुर्गा पाठ अर्थ सहितमेरी मां के बराबर कोई नहींलाल लाल चुनरी सितारों वालीभोर भई दिन चढ़ गया मेरी अंबेमेरी झोली छोटी ● ● मैं बालक तू माता शेरावालिएदुर्गा अमृतवाणी भजनमंगल की सेवा सुन मेरी देवामाँ का दिलतूने मुझे बुलायातेरे भाग्य के चमकेंगे तारेमैया का चोला है रंगलाआए नवरात्रे माता केतेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है ● ले अम्बे नाम चल रे ● नाम तेरा दुर्गे मैया हो गयाजम्मू दी पहाड़िया ते डेरा लाऊँन वालियेलेके पूजा की थाली जोत मन की जगालीओ आये तेरे भवनतेरे नाम का करम है ये सारा

सुरभि भदौरिया

सात वर्ष की छोटी आयु से ही साहित्य में रुचि रखने वालीं सुरभि भदौरिया एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी चलाती हैं। अपने स्वर्गवासी दादा से प्राप्त साहित्यिक संस्कारों को पल्लवित करते हुए उन्होंने हिंदीपथ.कॉम की नींव डाली है, जिसका उद्देश्य हिन्दी की उत्तम सामग्री को जन-जन तक पहुँचाना है। सुरभि की दिलचस्पी का व्यापक दायरा काव्य, कहानी, नाटक, इतिहास, धर्म और उपन्यास आदि को समाहित किए हुए है। वे हिंदीपथ को निरन्तर नई ऊँचाइंयों पर पहुँचाने में सतत लगी हुई हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!