सूरह अल बुरूज हिंदी में – सूरह 85
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है।
क़सम है बुर्जों वाले आसमान की। और वादा किए हुए दिन की। और देखने वाले की और देखी हुई की। हलाक हुए खन््दक़ वाले, जिसमें भड़कते हुए ईंधन की आग थी। जबकि वे उस पर बैठे हुए थे। और जो कुछ वे ईमान वालों के साथ कर रहे थे उसे देख रहे थे। और उनसे उनकी दुश्मनी इसके सिवा किसी वजह से न थी कि वे ईमान लाए अल्लाह पर जो जबरदस्त है, तारीफ़ वाला है। उसी की बादशाही आसमानों और ज़मीन में है, और अल्लाह हर चीज़ को देख रहा है। जिन लोगों ने मोमिन मर्दों और मोमिन औरतों को सताया, फिर तौबा न की तो उनके लिए जहन्नम का अज़ाब है। और उनके लिए जलने का अज़ाब है। बेशक जो लोग ईमान लाए और उन्होंने नेक अमल किया उनके लिए बाग हैं जिनके नीचे नहरें जारी होंगी, यह बड़ी कामयाबी है। बेशक तेरे रब की पकड़ बड़ी सख्त है। वही आग़ाज़ करता है और वही लौटाएगा। और वह बरु्छने वाला है, मुहब्बत करने वाला है, अआर्शबरीं (सिंहासन) का मालिक, कर डालने वाला जो चाहे। क्या तुम्हें लश्करों की ख़बर पहुंची है, फ़िरऔन और समूद की। बल्कि ये मुंकिर झुठलाने पर लगे हुए हैं। और अल्लाह उन्हें हर तरह से घेरे हुए है। बल्कि वह एक बाअज़्मत (गौरवशाली) क़ुरआन है, लौहे महफ़ूज़ (सुरक्षित पट्टिका) में लिखा हुआ। (1-22)