धर्म

सूरह अन नास हिंदी में – सूरह 114

शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है।

कहो, मैं पनाह मांगता हूं लोगों के रब की, लोगों के बादशाह की, लोगों के माबूद (पूज्य) की। उसके शर (बुराई) से जो वसवसा डाले और छुप जाए। जो लोगों के दिलों में वसवसा डालता है, जिन्‍न में से और इंसान में से। (1-6)

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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