सूरह अल ग़ाशियह हिंदी में – सूरह 88
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क्या तुम्हें उस छा जाने वाली की ख़बर
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क्या तुम्हें उस छा जाने वाली की ख़बर
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। अपने रब के नाम की पाकी बयान कर
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क़सम है आसमान की और रात को नुमूदार
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क़सम है बुर्जों वाले आसमान की। और वादा
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। जब आसमान फट जाएगा। और वह अपने रब
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। ख़राबी है नाप तौल में कमी करने वालों
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। जब आसमान फट जाएगा। और जब सितारे बिखर
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। जब सूरज लपेट दिया जाएगा। और जब सितारे
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। उसने त्यौरी चढ़ाई और बेरुख़ी बरती इस बात
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क़सम है जड़ से उखाड़ने वाली हवाओं की।
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