सूरह अल क़मर हिंदी में – सूरह 54
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क्रियामत क़रीब आ गई और चांद फट गया।
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क्रियामत क़रीब आ गई और चांद फट गया।
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क़सम है सितारे की जबकि वह ग़ुरूब (अस्त)
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क़सम है तूर की। और लिखी हुई किताब
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। क़ाफ़० | क़सम है बाअज़्मत क्रुरआन की। बल्कि
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। ऐ ईमान वालो, तुम अल्लाह और उसके रसूल
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। बेशक हमने तुम्हें खुली फ़तह दे दी। ताकि
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। जिन लोगों ने इंकार किया और अल्लाह के
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। हा० मीम०। यह किताब अल्लाह ज़बरदस्त हिक्मत (तत्वदर्शिता)
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। हा० मीम०। क़सम है इस वाज़ेह (सुस्पष्ट) किताब
Read Moreशुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान, निहायत रहम वाला है। हा० मीम०। क़सम है इस वाज़ेह किताब की।
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