Stavah

धर्म

श्री विश्वनाथ स्तव – Shri Vishwanath Stavah

पढ़ें “श्री विश्वनाथ स्तव” लिरिक्स भवानीकलत्रं हरं शूलपाणिंशरण्यं शिवं सर्पहारं गिरीशम् ।अज्ञानान्तकं भक्तविज्ञानदं तंभजेऽहं मनोऽभीष्टदं विश्वनाथम् ॥१॥ अजं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रं

Read More
हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!