धर्म

थोड़ा ध्यान लगा साईं – Thoda Dhyan Laga Lyrics In Hindi

थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे,
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे, तुझे गले से लगाएंगे।
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएंगे,
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥

हैं राम रमिया वो, हैं कृष्ण कन्हैया वो, वही मेरा साईं है।
सत्कर्म राहों पे चलना सीखते वो, वही जगदीश हैं।
प्रेम से पुकार तेरे पाप को जलाएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा…

किरपा की छाया में बिठाएंगे तुझको, कहाँ तुम जावोगे।
उनकी दया दृष्टि जब जब पड़ेगी तुम यह भव तर जावोगे।
ऐसा है विशवास मन में ज्योत जगायेंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा…

मुनिओं ने ऋषिओं ने, गुरु शिष्य महिमा का, किया गुणगान है।
साईं के चरणो में, झुकती सकल सृष्टि, झुके भगवान है।
महिमा है अपार, सत्य की राह वो दिखलाएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा…

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर थोड़ा ध्यान लगा साईं को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह भजन रोमन में–

Read Thoda Dhyan Laga Lyrics

thoḍa़ā dhyāna lagā, sāīṃ dauḍa़e dauḍa़e āeṃge,
thoḍa़ā dhyāna lagā, sāīṃ dauḍa़e dauḍa़e āeṃge, tujhe gale se lagāeṃge।
akhiyā~ mana kī khola, tujhako darśana vo karāeṃge,
akhiyā~ mana kī khola, tujhako darśana vo karāeṃge, tujhe gale se lagāeṃge॥

haiṃ rāma ramiyā vo, haiṃ kṛṣṇa kanhaiyā vo, vahī merā sāīṃ hai।
satkarma rāhoṃ pe calanā sīkhate vo, vahī jagadīśa haiṃ।
prema se pukāra tere pāpa ko jalāeṃge, tujhe gale se lagāeṃge॥
thoḍa़ā dhyāna lagā…

kirapā kī chāyā meṃ biṭhāeṃge tujhako, kahā~ tuma jāvoge।
unakī dayā dṛṣṭi jaba jaba paḍa़egī tuma yaha bhava tara jāvoge।
aisā hai viśavāsa mana meṃ jyota jagāyeṃge, tujhe gale se lagāeṃge॥
thoḍa़ā dhyāna lagā…

munioṃ ne ṛṣioṃ ne, guru śiṣya mahimā kā, kiyā guṇagāna hai।
sāīṃ ke caraṇo meṃ, jhukatī sakala sṛṣṭi, jhuke bhagavāna hai।
mahimā hai apāra, satya kī rāha vo dikhalāeṃge, tujhe gale se lagāeṃge॥
thoḍa़ā dhyāna lagā…

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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