हमारा प्यारा हिंदुद्वीप – Hamara Pyara Hindudweep (राष्ट्र गीत)
“हमारा प्यारा हिंदुद्वीप” के बोल अर्थात् लिरिक्स पढ़ें हिंदी में। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी द्वारा रचित राष्ट्र गीत।
हमारा प्यारा हिंदुद्वीप हम हैं इसके प्रहरी और प्रदीप
अब उठो जगो हे आर्यवीर ,उत्ताल प्रचंड समरसिन्धु समीप
हे सुभट विकट विकराल काल प्रखर प्रबल शूर शस्त्रपाणि महीप
उदक़ादि सप्तसिन्धु सुशोभित हमारा प्यारा दिव्य हिन्दुद्वीप
विश्वहृदय यह भारत भूषित हम हैं इसके प्रहरी और प्रदीप
हमारा प्यारा हिंदुद्वीप
सबसे न्यारा सबका प्यारा सर्वसुमंगल सुशोभित सिंधु समीप
ब्रह्मर्षि दधीचि कश्यप गौतम तुला विदुर लव्य कायव्य कुलदीप
गुरुकुल – गौरव – रघुकुल – सौरभ पुरुषोत्तम रामभद्र और दिलीप
जनक जानकी जनजीवनधन शुचि सत्यशील करुणासिंधु सुदीप
हमारा प्यारा हिन्दु द्वीप हम हैं इसके प्रहरी और प्रदीप
श्रुति सती सन्त सम सत्यशील मन्वादि राजर्षि भूपति अम्बरीष
बंग गंग अरु इन्दु मानसर लंक वर्म विन्ध्य सागर सिंधु गिरीश
गो – गुरु – द्विज समर्चक अर्थ अर्जक, कामपालक मोक्षरत कालातीत
माता पिता अतिथि परिपालक देवसमर्चक आत्मरूप कर्मातीत
हमारा प्यारा हिन्दुद्वीप हम हैं इसके प्रहरी और प्रदीप
विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर हमारा प्यारा हिंदुद्वीप गीत को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह हमारा प्यारा हिंदु द्वीप (Hamara Pyara Hindudweep) रोमन में–
Hamara Pyara Hindudweep Lyrics
hamārā pyārā hiṃdudvīpa hama haiṃ isake praharī aura pradīpa
aba uṭho jago he āryavīra ,uttāla pracaṃḍa samarasindhu samīpa
he subhaṭa vikaṭa vikarāla kāla prakhara prabala śūra śastrapāṇi mahīpa
udaka़ādi saptasindhu suśobhita hamārā pyārā divya hindudvīpa
viśvahṛdaya yaha bhārata bhūṣita hama haiṃ isake praharī aura pradīpa
hamārā pyārā hiṃdudvīpa
sabase nyārā sabakā pyārā sarvasumaṃgala suśobhita siṃdhu samīpa
brahmarṣi dadhīci kaśyapa gautama tulā vidura lavya kāyavya kuladīpa
gurukula – gaurava – raghukula – saurabha puruṣottama rāmabhadra aura dilīpa
janaka jānakī janajīvanadhana śuci satyaśīla karuṇāsiṃdhu sudīpa
hamārā pyārā hindu dvīpa hama haiṃ isake praharī aura pradīpa
śruti satī santa sama satyaśīla manvādi rājarṣi bhūpati ambarīṣa
baṃga gaṃga aru indu mānasara laṃka varma vindhya sāgara siṃdhu girīśa
go – guru – dvija samarcaka artha arjaka, kāmapālaka mokṣarata kālātīta
mātā pitā atithi paripālaka devasamarcaka ātmarūpa karmātīta
hamārā pyārā hindudvīpa hama haiṃ isake praharī aura pradīpa