Uncategorized

मैया नवरात्रों में जब धरती पर आती है – Maiya Navrato Me Jab Dharti Pe Aati Hai Lyrics

मैया नवरात्रों में जब धरती पर आती है,
किसको क्या देना है ये सोच के आती है,

पहले नवरात्रे मैं माँ सब की खबर लेती है,
दूजे नवरात्रे में अपने खाते में लिख लेती है,
तिजे नवरात्रे में बात आगे बढ़ती है
मैया नवरातो…

चौथे नवरात्रे में माँ आसान लगाती है,
पाचवे नवरात्रे में मैं आ गई हु बताती हैं,
छटवे नवरात्रे में सबको दर्शन करवाती है,
मैया नेवरतो…

सते नवरात्रे में खोल देती खजाने है,
अठे नवरात्रे में लग जाती लुटाने है,
नोवी नवरात्रे में दोनो हाथो से लुटाती है,
मैया नेवरतो….

उसका क्या देना है सब सोच के आती है
मैया नेवरतो….

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर हम अष्टमी का दिन है हम मैया नवरात्रों में जब धरती पर आती है को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह भजन रोमन में–

Read Maiya Navrato Me Jab Dharti Pe Aati Lyrics

maiyā navarātroṃ meṃ jaba dharatī para ātī hai,
kisako kyā denā hai ye soca ke ātī hai,

pahale navarātre maiṃ mā~ saba kī khabara letī hai,
dūje navarātre meṃ apane khāte meṃ likha letī hai,
tije navarātre meṃ bāta āge baḍha़tī hai
maiyā navarāto…

cauthe navarātre meṃ mā~ āsāna lagātī hai,
pācave navarātre meṃ maiṃ ā gaī hu batātī haiṃ,
chaṭave navarātre meṃ sabako darśana karavātī hai,
maiyā nevarato…

sate navarātre meṃ khola detī khajāne hai,
aṭhe navarātre meṃ laga jātī luṭāne hai,
novī navarātre meṃ dono hātho se luṭātī hai,
maiyā nevarato….

usakā kyā denā hai saba soca ke ātī hai
maiyā nevarato….

यह भी पढ़ें

कालकाजी मंदिरनवदुर्गादुर्गा चालीसादश महाविद्याआज शुक्रवार हैभद्रकाली की आरतीसप्तश्लोकी दुर्गा पाठ अर्थ सहितमेरी मां के बराबर कोई नहींलाल लाल चुनरी सितारों वालीभोर भई दिन चढ़ गया मेरी अंबेमेरी झोली छोटीमैं बालक तू माता शेरावालिएदुर्गा अमृतवाणी भजनमंगल की सेवा सुन मेरी देवामाँ का दिलतूने मुझे बुलायातेरे भाग्य के चमकेंगे तारेमैया का चोला है रंगलाआए नवरात्रे माता केतेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है ले अम्बे नाम चल रेनाम तेरा दुर्गे मैया हो गयाजम्मू दी पहाड़िया ते डेरा लाऊँन वालियेलेके पूजा की थाली जोत मन की जगालीओ आये तेरे भवनमाता रानी फल देगी आज नहीं तो कल देगीतेरे नाम का करम है ये साराधरती गग न में होती हैबड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानीदुर्गा है मेरीशेर पे सवार होके आजा शेरावालिये

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!