धर्म

जय छठी मैया – Jai Chhathi Maiya – छठ गीत

पढ़ें “जय छठी मैया” लिरिक्स

सबे वरत कर त
ऐ धनी तुहूं कर

मर जनी मन आशो
भाऊजी कोशी भर

रुका देवारू दौरा सरिया लि

की चला भाऊजी हाली हाली
सुरुज देखहिहें लाली
की चल धनी हाली हाली
सुरुज देखहिहें लाली

पेन्ही ला पियारिया
बनही ला पगड़िया
दौरा सजल बा कर
चला के तैयरिया

उखिया तू लैला हाथे
तुहूं चला साथे-साथे
तेवारी के भीड़ ना ता
बढ़ जायी छठी घाटे

ठीक रौआ कह तानी
हय धरी ना लोटा के पानी
दीयरी ना बूते घिवा डाली

की चला भाऊजी हाली हाली
सुरुज देखहिहें लाली
की चल धनी हाली हाली
सुरुज देखहिहें लाली

लेई ला अरग हाथे
लावा ध्यान्वा
पाके दर्शन
प्रशन होई मनवा

छठी के वरतिया
भईल सफल हो
हर साल पर्व करब
अरे सुरज मल हो

धन हम भैनी जी
पूजा राउर कैनी जी
हथवा में लेके आरती के थाली

की चला भाऊजी हाली हाली
सुरुज देखहिहें लाली
की चल धनी हाली हाली
सुरुज देखहिहें लाली

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि जय छठी मैया गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें छठ पूजा का गीत (Chhath Geet) रोमन में-

Read Jai Chhathi Maiya Lyrics

sabe varata kara ta
ai dhanī tuhūṃ kara

mara janī mana āśo
bhāūjī kośī bhara

rukā devārū daurā sariyā li

kī calā bhāūjī hālī hālī
suruja dekhahiheṃ lālī
kī cala dhanī hālī hālī
suruja dekhahiheṃ lālī

penhī lā piyāriyā
banahī lā pagaḍa़iyā
daurā sajala bā kara
calā ke taiyariyā

ukhiyā tū lailā hāthe
tuhūṃ calā sāthe-sāthe
tevārī ke bhīḍa़ nā tā
baḍha़ jāyī chaṭhī ghāṭe

ṭhīka rauā kaha tānī
haya dharī nā loṭā ke pānī
dīyarī nā būte ghivā ḍālī

kī calā bhāūjī hālī hālī
suruja dekhahiheṃ lālī
kī cala dhanī hālī hālī
suruja dekhahiheṃ lālī

leī lā araga hāthe
lāvā dhyānvā
pāke darśana
praśana hoī manavā

chaṭhī ke varatiyā
bhaīla saphala ho
hara sāla parva karaba
are suraja mala ho

dhana hama bhainī jī
pūjā rāura kainī jī
hathavā meṃ leke āratī ke thālī

kī calā bhāūjī hālī hālī
suruja dekhahiheṃ lālī
kī cala dhanī hālī hālī
suruja dekhahiheṃ lālī

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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