धर्म

बरसे रंग गुलाल श्याम तेरी होली में – Barse Rang Gulal Shyam Teri Holi Mein Lyrics

बरसे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में,
होली में श्याम होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में…..

रंग देखन लक्ष्मी जी आई,
बिंदिया हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में….

रंग देखन गौरा जी आई,
माला हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में….

रंग देखन सीता जी आई,
मेहंदी हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में….

रंग देख दुर्गा जी आई,
चुंदड़ी हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में….

रंग देखन राधा जी आई,
चुनरी हो गई लाल,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में….

रंग देखन को पड़ोसन आई,
भूल गई सब काम,
श्याम तेरी होली में,
उड़ रहे रंग गुलाल,
श्याम तेरी होली में……

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम इस भजन को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी बरसे रंग गुलाल भजन को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Barse Rang Gulal Lyrics रोमन में-

Read Barse Rang Gulal Shyam Lyrics

barase raṃga gulāla,
śyāma terī holī meṃ,
holī meṃ śyāma holī meṃ,
uḍa़ rahe raṃga gulāla,
śyāma terī holī meṃ…..

raṃga dekhana lakṣmī jī āī,
biṃdiyā ho gaī lāla,
śyāma terī holī meṃ,
uḍa़ rahe raṃga gulāla,
śyāma terī holī meṃ….

raṃga dekhana gaurā jī āī,
mālā ho gaī lāla,
śyāma terī holī meṃ,
uḍa़ rahe raṃga gulāla,
śyāma terī holī meṃ….

raṃga dekhana sītā jī āī,
mehaṃdī ho gaī lāla,
śyāma terī holī meṃ,
uḍa़ rahe raṃga gulāla,
śyāma terī holī meṃ….

raṃga dekha durgā jī āī,
cuṃdaḍa़ī ho gaī lāla,
śyāma terī holī meṃ,
uḍa़ rahe raṃga gulāla,
śyāma terī holī meṃ….

raṃga dekhana rādhā jī āī,
cunarī ho gaī lāla,
śyāma terī holī meṃ,
uḍa़ rahe raṃga gulāla,
śyāma terī holī meṃ….

raṃga dekhana ko paḍa़osana āī,
bhūla gaī saba kāma,
śyāma terī holī meṃ,
uḍa़ rahe raṃga gulāla,
śyāma terī holī meṃ……

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सुरभि भदौरिया

सात वर्ष की छोटी आयु से ही साहित्य में रुचि रखने वालीं सुरभि भदौरिया एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी चलाती हैं। अपने स्वर्गवासी दादा से प्राप्त साहित्यिक संस्कारों को पल्लवित करते हुए उन्होंने हिंदीपथ.कॉम की नींव डाली है, जिसका उद्देश्य हिन्दी की उत्तम सामग्री को जन-जन तक पहुँचाना है। सुरभि की दिलचस्पी का व्यापक दायरा काव्य, कहानी, नाटक, इतिहास, धर्म और उपन्यास आदि को समाहित किए हुए है। वे हिंदीपथ को निरन्तर नई ऊँचाइंयों पर पहुँचाने में सतत लगी हुई हैं।

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