स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद के पत्र – श्री प्रमदादास मित्र को लिखित (8 मार्च, 1890)

(स्वामी विवेकानंद का श्री प्रमदादास मित्र को लिखा गया पत्र)
ईश्वरो जयति

गाजीपुर,
८ मार्च, १८९०

पूज्यपाद,

आपका पत्र मिला, अतएव मैं भी प्रयाग के लिए प्रस्थान कर रहा हूँ। आप प्रयाग में कहाँ ठहरेंगे कृपया लिखें। इति।

आपका,
नरेन्द्र

पुनश्च – अगर अभेदानन्द दो-एक दिन में आपके यहाँ पहुँचे, तो आप उसे कलकत्ता के लिए रवाना कर देंगे। मैं इसके लिए आभारी रहूँगा।

नरेन्द्र

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!