धर्म

आजा मां तेनु अखियां – Aaja Maa Tainu Ankhiyaan Udeek Diyan Lyrics

पढ़ें “आजा मां तेनु अखियां” लिरिक्स

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां।
अखियां उडीकदीयां, दिल वाजा मारदा॥
॥ आजा माँ तेनु ॥

तेरे बिना कौन तेरे लाल को संभाले माँ,
आके एक बार मुझे गले से लगाले माँ।
दुःख इंतज़ार दा, दिल नहीं सहारदा,
अखियां उडीकदीयां, दिल वाजा मारदा॥
॥ आजा माँ तेनु ॥

दरस दिखा के मेरे सारे दुःख टालदे,
भिक्षा दया की मेरी झोली मे डाल दे।
प्यासा हूँ प्यार दा, तेरे दीदार दा,
अखियां उडीकदीयां, दिल वाजा मारदा॥
॥ आजा माँ तेनु ॥

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां।
अखियां उडीकदीयां, दिल वाजा मारदा॥

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर हम आजा मां तेनु अखियां भजन को रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह माता का भजन रोमन में–

Read Do Ekam Do Lyrics

ājā mā~ tenu akhiyāṃ uḍīkadīyāṃ।
akhiyāṃ uḍīkadīyāṃ, dila vājā māradā॥
॥ ājā mā~ tenu ॥

tere binā kauna tere lāla ko saṃbhāle mā~,
āke eka bāra mujhe gale se lagāle mā~।
duḥkha iṃtaja़āra dā, dila nahīṃ sahāradā,
akhiyāṃ uḍīkadīyāṃ, dila vājā māradā॥
॥ ājā mā~ tenu ॥

darasa dikhā ke mere sāre duḥkha ṭālade,
bhikṣā dayā kī merī jholī me ḍāla de।
pyāsā hū~ pyāra dā, tere dīdāra dā,
akhiyāṃ uḍīkadīyāṃ, dila vājā māradā॥
॥ ājā mā~ tenu ॥

ājā mā~ tenu akhiyāṃ uḍīkadīyāṃ।
akhiyāṃ uḍīkadīyāṃ, dila vājā māradā॥

यह भी पढ़ें

कालकाजी मंदिरनवदुर्गादुर्गा चालीसादश महाविद्याआज शुक्रवार हैभद्रकाली की आरतीसप्तश्लोकी दुर्गा पाठ अर्थ सहितमेरी मां के बराबर कोई नहींलाल लाल चुनरी सितारों वालीभोर भई दिन चढ़ गया मेरी अंबेमेरी झोली छोटीमैं बालक तू माता शेरावालिएदुर्गा अमृतवाणी भजनमंगल की सेवा सुन मेरी देवामाँ का दिलतूने मुझे बुलायातेरे भाग्य के चमकेंगे तारेमैया का चोला है रंगलाआए नवरात्रे माता केतेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है ले अम्बे नाम चल रेनाम तेरा दुर्गे मैया हो गयाजम्मू दी पहाड़िया ते डेरा लाऊँन वालियेलेके पूजा की थाली जोत मन की जगालीओ आये तेरे भवनमाता रानी फल देगी आज नहीं तो कल देगीतेरे नाम का करम है ये साराधरती गग न में होती हैबड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानीदुर्गा है मेरीशेर पे सवार होके आजा शेरावालिये

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!