कविता

ऐसे तो ना देखो – Aise To Na Dekho Lyrics in Hindi

“ऐसे तो ना देखो” 1965 की प्रसिद्ध फ़िल्म तीन देवियाँ का गाना है। इसे सुरों से सजाया है मोहम्मद रफी ने व संगीतबद्ध किया है सचिन देव बर्मन ने। मजरूह सुलतानपुरी की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में देव आनंद, नंदा, सिमी गरेवाल और इंदरजीत सिंह जौहर ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें ऐसे तो ना देखो के बोल हिंदी में (Aise To Na Dekho lyrics in Hindi)–

“ऐसे तो ना देखो” लिरिक्स

ऐसे तो न देखो, के हमको नशा हो जए
ख़ूबसूरत सी कोई हमसे ख़ता हो जाए – २
ऐसे तो न देखो

तुम हमें रोको फिर भी हम ना रुकें
तुम कहो काफ़िर फिर भी ऐसे झुकें
क़दम-ए-नाज़ पे इक सजदा अदा हो जाये
ऐसे तो न देखो

यूँ न हो आँखे रहें काजल घोलें
बढ़ के बेखुदी हंसीं गेसू खोलें
खुल के फिर ज़ुल्फ़ें सियाह काली बला हो जाये
ऐसे तो न देखो

हम तो मस्ती में जाने क्या क्या कहें
लब-ए-नाज़ुक से ऐसा न हो तुम्हें
बेक़रारी का गिला हम से सिवा हो जाये
ऐसे तो न देखो, बहक जाये कही हम

तीन देवियाँ से जुड़े तथ्य

फिल्मतीन देवियाँ
वर्ष1965
गायक / गायिकामोहम्मद रफी
संगीतकारसचिन देव बर्मन
गीतकारमजरूह सुलतानपुरी
अभिनेता / अभिनेत्रीदेव आनंद, नंदा, सिमी गरेवाल, इंदरजीत सिंह जौहर

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम ऐसे तो ना देखो गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Aise To Na Dekho रोमन में-

Aise To Na Dekho Lyrics in Hindi

aise to na dekho, ke hamako naśā ho jae
ख़ūbasūrata sī koī hamase ख़tā ho jāe – 2
aise to na dekho

tuma hameṃ roko phira bhī hama nā rukeṃ
tuma kaho kāफ़ira phira bhī aise jhukeṃ
क़dama-e-nāज़ pe ika sajadā adā ho jāye
aise to na dekho

yū~ na ho ā~khe raheṃ kājala gholeṃ
baढ़ ke bekhudī haṃsīṃ gesū kholeṃ
khula ke phira ज़ulफ़eṃ siyāha kālī balā ho jāye
aise to na dekho

hama to mastī meṃ jāne kyā kyā kaheṃ
laba-e-nāज़uka se aisā na ho tumheṃ
beक़rārī kā gilā hama se sivā ho jāye
aise to na dekho, bahaka jāye kahī hama

Facts about the Film

FilmTeen Devian
Year1965
SingerMohammad Rafi
MusicSachin Dev Burman
LyricsMajrooh Sultanpuri
ActorsDev Anand, Nanda, Simi Garewal, Inder Sen Johar

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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