धर्म

दत्त आरती – Dattatreya Aarti

दत्त आरती (Dattatreya Aarti) का पाठ भव-चिन्ता का हरण करने वाला है। दत्त आरती करने और दत्तात्रेय भगवान के 108 नाम लेने से भुक्ति-मुक्ति सबकी प्राप्ति होती है। भगवान दत्तात्रेय की कृपा आवागमन के बंधन से छुटकरा दिलाती है। त्रिमूर्ति स्वरूप भगवान दत्तात्रेय का स्मरण और दत्त आरती का गायन अपने भक्तों को हर कार्य में सिद्धि प्रदान करता है। उनका निरंतन ध्यान हृदय में ज्ञान की ज्योति प्रज्वलित कर देता है और अविद्या का अंधकार मिट जाता है। पढ़ें दत्त आरती–

जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता

त्रिगुणात्मक त्रैमूर्ती दत्त हा जाणा
त्रिगुणी अवतार त्रैलोक्यराणा
नेती नेती शब्द न ये अनुमाना

सुरवर मुनिजन योगी समाधि न ये ध्याना
जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता

सबाह्य अभ्यंतरी तू एक दत्त
अभाग्यासी कैसी न कळे ही मात
पराही परतली तेथे कैचा हेत

जन्ममरणाचा पुरलासे अन्त
जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता

दत्त येऊनियां ऊभा ठाकला
सद्भावे साष्टांगे प्रणिपात केला
प्रसन्न होऊनी आशीर्वाद दिधला

जन्ममरणाचा फेरा चुकविला
जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता

दत्त दत्त ऐसे लागले ध्यान
हरपलें मन झालें उन्मन
मी तू पणाची झाली बोळवण

एका जनार्दनी श्रीदत्तध्यान
जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर दत्त आरती (Dattatreya Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें दत्त की आरती रोमन में–

Dattatreya Aarti

jaya deva jaya deva jaya śrī gurudattā
āratī ovāḻītāṃ haralī bhavacintā

triguṇātmaka traimūrtī datta hā jāṇā
triguṇī avatāra trailokyarāṇā
netī netī śabda na ye anumānā

suravara munijana yogī samādhi na ye dhyānā
jaya deva jaya deva jaya śrī gurudattā
āratī ovāḻītāṃ haralī bhavacintā

sabāhya abhyaṃtarī tū eka datta
abhāgyāsī kaisī na kaḻe hī māta
parāhī paratalī tethe kaicā heta

janmamaraṇācā puralāse anta
jaya deva jaya deva jaya śrī gurudattā
āratī ovāḻītāṃ haralī bhavacintā

datta yeūniyāṃ ūbhā ṭhākalā
sadbhāve sāṣṭāṃge praṇipāta kelā
prasanna hoūnī āśīrvāda didhalā

janmamaraṇācā pherā cukavilā
jaya deva jaya deva jaya śrī gurudattā
āratī ovāḻītāṃ haralī bhavacintā

datta datta aise lāgale dhyāna
harapaleṃ mana jhāleṃ unmana
mī tū paṇācī jhālī boḻavaṇa

ekā janārdanī śrīdattadhyāna
jaya deva jaya deva jaya śrī gurudattā
āratī ovāḻītāṃ haralī bhavacintā

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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