कविता

हो जाओ तैयार साथियों – Ho Jao Taiyar Sathiyo Lyrics

“हो जाओ तैयार साथियों” के बोल अर्थात् लिरिक्स पढ़ें हिंदी में। यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवकों का लोकप्रिय देशभक्ति गीत है।

हो जाओ तैयार साथियों
हो जाओ तैयार,
अर्पित कर दो तन मन धन,
अर्पित कर दो तन मन धन,
अगर देश के काम न आए,
तो जीवन बेकार,
हो जाओं तैयार साथियो,
हो जाओ तैयार।।

सोचने का समय गया,
सोचने का समय गया,
उठो लिखो इतिहास नया
बंसी फेंको और उठा लो,
हाथो में हथियार,
हो जाओं तैयार साथियो,
हो जाओ तैयार।।

तूफानी गति रुके नही,
शीश कटे पर झुके नही,
तने हुए माथे के आगे,
ठहर न पाती हार,
हो जाओं तैयार साथियो,
हो जाओ तैयार।।

गूंज उठे धरती अम्बर,
और उठा लो ऊंचा स्वर,
कोटि कोटि कंठों से गूंजे,
भारत की जयकार,
हो जाओं तैयार साथियो,
हो जाओ तैयार।।

हो जाओ तैयार साथियों,
हो जाओ तैयार,
अर्पित कर दो तन मन धन,
मांग रहा बलिदान वतन,
अगर देश के काम न आए,
तो जीवन बेकार,
हो जाओं तैयार साथियो,
हो जाओ तैयार।।

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम हो जाओ तैयार साथियों को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस संघ गीत को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें गीत रोमन में-

Read Ho Jao Taiyar Sathiyo Lyrics

ho jāo taiyāra sāthiyoṃ
ho jāo taiyāra,
arpita kara do tana mana dhana,
arpita kara do tana mana dhana,
agara deśa ke kāma na āe,
to jīvana bekāra,
ho jāoṃ taiyāra sāthiyo,
ho jāo taiyāra।।

socane kā samaya gayā,
socane kā samaya gayā,
uṭho likho itihāsa nayā
baṃsī pheṃko aura uṭhā lo,
hātho meṃ hathiyāra,
ho jāoṃ taiyāra sāthiyo,
ho jāo taiyāra।।

tūphānī gati ruke nahī,
śīśa kaṭe para jhuke nahī,
tane hue māthe ke āge,
ṭhahara na pātī hāra,
ho jāoṃ taiyāra sāthiyo,
ho jāo taiyāra।।

gūṃja uṭhe dharatī ambara,
aura uṭhā lo ūṃcā svara,
koṭi koṭi kaṃṭhoṃ se gūṃje,
bhārata kī jayakāra,
ho jāoṃ taiyāra sāthiyo,
ho jāo taiyāra।।

ho jāo taiyāra sāthiyoṃ,
ho jāo taiyāra,
arpita kara do tana mana dhana,
māṃga rahā balidāna vatana,
agara deśa ke kāma na āe,
to jīvana bekāra,
ho jāoṃ taiyāra sāthiyo,
ho jāo taiyāra।।

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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