स्वामी विवेकानंद के पत्र – श्री ई. टी. स्टर्डी को लिखित (5 सितम्बर, 1895)
(स्वामी विवेकानंद का श्री ई. टी. स्टर्डी को लिखा गया पत्र)
द्वारा कुमारी मैक्लिऑड,
होटल हालैंड,
र्यू द ला पेक्स, पेरिस,
५ सितम्बर, १८९५
प्रिय मित्र,
तुम्हारी कृपा के लिए आभार प्रकट करना अनावश्यक है, इसे व्यक्त नहीं किया जा सकता।…
कुमारी मूलर का हार्दिक निमंत्रण है, और उनका आवास तुम्हारे बहुत निकट है, मैं सोचता हूँ, दो-एक दिन के लिए उनके यहाँ जाना अच्छा रहेगा और तब तुम्हारे पास आऊँगा।
कुछ दिनों तक मेरा शरीर बहुत बीमार था, जिसकी वजह से तुम्हें (पत्र) लिखने में देर हो गयी।
आशा है, शीघ्र ही हृदय और मस्तिष्क से एक साथ ही मिलने की विशेष सुविधा होगी।
प्रभु में प्रेम और बन्धुभाव के साथ सदा तुम्हारा ही,
विवेकानन्द