स्वामी विवेकानंद के पत्र – श्री प्रमदादास मित्र को लिखित (25 फरवरी, 1890)
(स्वामी विवेकानंद का श्री प्रमदादास मित्र को लिखा गया पत्र)
ईश्वरो जयति
गाजीपुर,
२५ फरवरी, १८९०
प्रिय महोदय,
कमर के दर्द से बहुत कष्ट हो रहा है, अन्यथा मैं पहले ही आपके यहाँ आने की चेष्टा करता। मन को अब यहाँ शान्ति नहीं मिलती। बाबाजी के स्थान से आये हुए तीन दिन हुए, परन्तु वे कृपापूर्वक प्रायः नित्य ही मेरे सम्बन्ध में पूछताछ करते हैं। जैसे ही कमर का दर्द कुछ अच्छा होगा, मैं बाबाजी से विदा मागूँगा। आप मेरा अनंत प्रणाम स्वीकार करें।
आपका,
नरेन्द्र