स्वामी विवेकानंद के पत्र – श्री प्रमदादास मित्र को लिखित (28 नवंबर, 1888)
(स्वामी विवेकानंद का श्री प्रमदादास मित्र को लिखा गया पत्र)
श्री श्री दुर्गा
वराहनगर, कलकत्ता,
२८ नवम्बर, १८८८
प्रणामपूर्वक निवेदन,
आपका भेजा हुआ पाणिनि ग्रन्थ मिला – मेरी कृतज्ञता स्वीकार करें। मुझे पुनः ज्वर हो गया था, इसीलिए तत्काल उत्तर न दे सका, क्षमा करें। शरीर अत्यन्त अस्वस्थ है। श्रीमान् की शारीरिक तथा मानसिक कुशलता के लिए श्री महामाया से प्रार्थना करता हूँ।
आपका,
नरेन्द्रनाथ