स्वामी विवेकानंद के पत्र – भगिनी निवेदिता को लिखित (4 अक्टूबर, 1895)
(स्वामी विवेकानंद का भगिनी निवेदिता को लिखा गया पत्र)
रीडिंग, इंग्लैण्ड,
४ अक्तूबर, १८९५
प्रिय निवेदिता,
…पवित्रता, धैर्य तथा प्रयत्न के द्वारा सारी बाधाएँ दूर हो जाती हैं। इसमें कोई सन्देह नहीं कि सभी महान् कार्य धीरे धीरे होते है।…
सस्नेह तुम्हारा,
विवेकानन्द