वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ – Vakratunda Mahakaya Lyrics
“वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ” (Vakratunda Mahakaya) मंत्र भगवान गणेश को समर्पित है। इस मंत्र का जाप गणेश चतुर्थी के पावन
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Read Moreजय जय गौरी लाल तेरी जय होवे,जय होवे गौरी लाल तेरी जय होवे,जय जय ग़ौरी लाल तेरी जय होवे। सब
Read Moreहे गणपति गजानन,मेरे द्वार तुम पधारो,बिगड़ी मेरी बना के,मेरा भाग्य तुम सवारों,हे गणपति गजानंद,मेरे द्वार तुम पधारो ॥ शुभ लाभ
Read Moreहुई गलियों में जय जयकार,आया गणपति तेरा त्यौहार ॥ नाची मन में उमंग,भरा खुशियों ने रंग,नाची मन में उमंग,भरा खुशियों
Read Moreगणेश जी के भजन (Ganesh Ji Ke Bhajan) की सूची आपके सम्मुख प्रस्तुत करते हुए हमें अत्यन्त हर्ष का अनुभव
Read Moreबिगड़ी तेरी बनाएगा,नाम गणपति का,संकट सभी मिटाएगा,नाम गणपति का,बिगड़ी बनाएगा,संकट मिटाएगा,कष्ट ना कभी तू पायेगा,जो मन से तू गाएगा,नाम गणपति
Read Moreओ गोरा के लाल गजानन आ जाना,ओ गोरा के लाल गजानन आ जाना… घर के अन्दर भवन बनाया,भवन बनाया तेरा
Read Moreमेरे गणनायक तुम आ जाओ,मैं तो कबसे बाट निहार रही,मेरे गणनायक तुम आ जाओ ॥ मेरी सखियाँ मुझसे पूछे है,कब
Read Moreजय गणेश गणनाथ दयानिधि,सकल विघन कर दूर हमारे – 2 प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो,तिसके पूरण कारज सारे,जय गणेश गणनाथ
Read Moreगौरी गणेश मनाऊँ आज सुध लीजे हमारी,गौरी गणेश मनाऊँ आज सुध लीजे हमारी सुरहिन गैया को गोबर मँगाऊ,दिग धर अगना
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