धर्म

गायत्री माता के 108 नाम – Gayatri Mata Ke 108 Naam

गायत्री माता के 108 नाम (Gayatri Mata Ke 108 Naam) परम पुण्य देने वाले माने गए हैं। यहाँ 108 मंत्रों में माँ के भिन्न-भिन्न नामों से उनकी स्तुति की गई है। वैदिक मंत्रों में गायत्री मंत्र सर्वाधिक शक्तिशाली माना जाता है। माँ की अर्चना भुक्ति-मुक्ति सभी कुछ देने में सक्षम है। गायत्री माता के 108 नाम लेकर उनकी आराधना करने व गायत्री मंत्र का पाठ करने से जगत में प्रत्येक बाधा दूर हो जाती है तथा जीवन में हर प्रकार का सुख प्राप्त होता है। माँ तो ममतामयी होती है तथा सहज ही प्रसन्न हो जाती है। वैदिक ऋषियों ने गहन समाधि में उतरकर इस शक्तिशाली मंत्र को प्राप्त किया था। आज के युग में गायत्री मंत्र का पाठ करके और गायत्री माता के 108 नाम जपने से उस शक्ति को व माता के आशीर्वाद को प्राप्त किया जा सकता है। पढ़ें गायत्री माता के 108 नाम मंत्र रूप में–

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1. ॐ श्री गायत्र्यै नमः।
2. ॐ जगन्मात्रे नमः।
3. ॐ परब्रह्मस्वरूपिण्यै नमः।
4. ॐ परमार्थप्रदायै नमः।
5. ॐ जप्यायै नमः।

6. ॐ ब्रह्मतेजोविवर्धिन्यै नमः।
7. ॐ ब्रह्मास्त्ररूपिण्यै नमः।
8. ॐ भव्यायै नमः।
9. ॐ त्रिकालध्येयरूपिण्यै नमः।
10. ॐ त्रिमूर्तिरूपायै नमः।

11. ॐ सर्वज्ञायै नमः।
12. ॐ वेदमात्रे नमः।
13. ॐ मनोन्मन्यै नमः।
14. ॐ बालिकायै नमः।
15. ॐ तरुण्यै नमः।

16. ॐ वृद्धायै नमः।|
17. ॐ सूर्यमण्डलवासिन्यै नमः।
18. ॐ मन्देहदानवध्वंसकारिण्यै नमः।
19. ॐ सर्वकारणायै नमः।
20. ॐ हंसारूढायै नमः।

21. ॐ गरुडारूढायै नमः।
22. ॐ वृषभारूढायै नमः।
23. ॐ शुभायै नमः।
24. ॐ षट्कुक्षिण्यै नमः।
25. ॐ त्रिपदायै नमः।

26. ॐ शुद्धायै नमः।
27. ॐ पञ्चशीर्षायै नमः।
28. ॐ त्रिलोचनायै नमः।
29. ॐ त्रिवेदरूपायै नमः।
30. त्रिविधायै नमः।

31. ॐ त्रिवर्गफलदायिन्यै नमः।
32. ॐ दशहस्तायै नमः।
33. ॐ चन्द्रवर्णायै नमः।
34. ॐ विश्वामित्रवरप्रदायै नमः।
35. ॐ दशायुधधरायै नमः।

36. ॐ नित्यायै नमः।
37. ॐ सन्तुष्टायै नमः।
38. ॐ ब्रह्मपूजितायै नमः।
39. ॐ आदिशक्त्यै नमः।
40. ॐ महाविद्यायै नमः।

41. ॐ सुषुम्नाख्यायै नमः।
42. ॐ सरस्वत्यै नमः।
43. ॐ चतुर्विंशत्यक्षराढ्यायै नमः।
44. ॐ सावित्र्यै नमः।
45. ॐ सत्यवत्सलायै नमः।

46. ॐ सन्ध्यायै नमः।
47. ॐ रात्र्यै नमः।
48. ॐ प्रभाताख्यायै नमः।
49. ॐ सांख्यायनकुलोद्भवायै नमः।
50. ॐ सर्वेश्वर्यै नमः।

51. ॐ सर्वविद्यायै नमः।
52. ॐ सर्वमन्त्राद्यै नमः।
53. ॐ अव्ययायै नमः।
54. ॐ शुद्धवस्त्रायै नमः।
55. ॐ शुद्धविद्यायै नमः।

56. ॐ शुक्लमाल्यानुलेपनायै नमः।
57. ॐ सुरसिन्धुसमायै नमः।
58. ॐ सौम्यायै नमः।
59. ॐ ब्रह्मलोकनिवासिन्यै नमः।
60. ॐ प्रणवप्रतिपाद्यार्थायै नमः।

61. ॐ प्रणतोद्धरणक्षमायै नमः।
62. ॐ जलाञ्जलिसुसन्तुष्टायै नमः।
63. ॐ जलगर्भायै नमः।
64. ॐ जलप्रियायै नमः।
65. ॐ स्वाहायै नमः।

66. ॐ स्वधायै नमः।
67. ॐ सुधासंस्थायै नमः।
68. ॐ श्रौषट्वौषट्वषट्क्रियायै नमः।
69. ॐ सुरभ्यै नमः।
70. ॐ षोडशकलायै नमः

71. ॐ मुनिबृन्दनिषेवितायै नमः।
72. ॐ यज्ञप्रियायै नमः।
73. ॐ यज्ञमूर्त्यै नमः।
74. ॐ स्रुक्स्रुवाज्यस्वरूपिण्यै नमः।
75. ॐ अक्षमालाधरायै नमः।

76. ॐ अक्षमालासंस्थायै नमः।
77. ॐ अक्षराकृत्यै नमः।
78. ॐ मधुछन्दसे नमः।
79. ॐ ऋषिप्रीतायै नमः।
80. ॐ स्वच्छन्दायै नमः।

81. ॐ छन्दसांनिधये नमः।
82. ॐ अङ्गुलीपर्वसंस्थानायै नमः।
83. ॐ चतुर्विंशतिमुद्रिकायै नमः।
84. ॐ ब्रह्ममूर्त्यै नमः।
85. ॐ रुद्रशिखायै नमः।

86. ॐ सहस्रपरमाम्बिकायै नमः।
87. ॐ विष्णुहृदयायै नमः।
88. ॐ अग्निमुख्यै नमः।
89. ॐ शतमध्यायै नमः।
90. ॐ दशावरणायै नमः।

91. ॐ सहस्रदलपद्मस्थायै नमः।
92. ॐ हंसरूपायै नमः।
93. ॐ निरञ्जनायै नमः।
94. ॐ चराचरस्थायै नमः।
95. ॐ चतुरायै नमः।

96. ॐ सूर्यकोटिसमप्रभायै नमः।
97. ॐ पञ्चवर्णमुख्यै नमः।
98. ॐ धात्र्यै नमः।
99. ॐ चन्द्रकोटिशुचिस्मितायै नमः।
100. ॐ महामायायै नमः।

101. ॐ विचित्राङ्ग्यै नमः।
102. ॐ मायाबीजनिवासिन्यै नमः।
103. ॐ सर्वयन्त्रात्मिकायै नमः।
104. ॐ सर्वतन्त्ररूपायै नमः।
105. ॐ जगद्धितायै नमः।

106. ॐ मर्यादापालिकायै नमः।
107. ॐ मान्यायै नमः।
108. ॐ महामन्त्रफलप्रदायै नमः।

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर गायत्री माता के 108 नाम (Gayatri Mata Ke 108 Naam) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें गायत्री माता के 108 नाम रोमन में–

1. oṃ śrī gāyatryai namaḥ।
2. oṃ jaganmātre namaḥ।
3. oṃ parabrahmasvarūpiṇyai namaḥ।
4. oṃ paramārthapradāyai namaḥ।
5. oṃ japyāyai namaḥ।

6. oṃ brahmatejovivardhinyai namaḥ।
7. oṃ brahmāstrarūpiṇyai namaḥ।
8. oṃ bhavyāyai namaḥ।
9. oṃ trikāladhyeyarūpiṇyai namaḥ।
10.oṃ trimūrtirūpāyai namaḥ।

11. oṃ sarvajñāyai namaḥ।
12. oṃ vedamātre namaḥ।
13. oṃ manonmanyai namaḥ।
14. oṃ bālikāyai namaḥ।
15. oṃ taruṇyai namaḥ।

16. oṃ vṛddhāyai namaḥ।
17. oṃ sūryamaṇḍalavāsinyai namaḥ।
18. oṃ mandehadānavadhvaṃsakāriṇyai namaḥ।
19. oṃ sarvakāraṇāyai namaḥ।
20. oṃ haṃsārūḍhāyai namaḥ।

21. oṃ garuḍārūḍhāyai namaḥ।
22. oṃ vṛṣabhārūḍhāyai namaḥ।
23. oṃ śubhāyai namaḥ।
24. oṃ ṣaṭkukṣiṇyai namaḥ।|
25. oṃ tripadāyai namaḥ।\

26. oṃ śuddhāyai namaḥ।
27. oṃ pañcaśīrṣāyai namaḥ।
28. oṃ trilocanāyai namaḥ।
29. oṃ trivedarūpāyai namaḥ
30. oṃ trividhāyai namaḥ।

31. oṃ trivargaphaladāyinyai namaḥ।
32. oṃ daśahastāyai namaḥ।
33. oṃ candravarṇāyai namaḥ।|
34. oṃ viśvāmitravarapradāyai namaḥ।
35. oṃ daśāyudhadharāyai namaḥ।

36. oṃ nityāyai namaḥ।
37. oṃ santuṣṭāyai namaḥ।
38. oṃ brahmapūjitāyai namaḥ।
39. oṃ ādiśaktyai namaḥ।
40. oṃ mahāvidyāyai namaḥ।

41. oṃ suṣumnākhyāyai namaḥ।
42. oṃ sarasvatyai namaḥ।
43. oṃ caturviṃśatyakṣarāḍhyāyai namaḥ।
44. oṃ sāvitryai namaḥ।
45. oṃ satyavatsalāyai namaḥ।

46. oṃ sandhyāyai namaḥ।
47. oṃ rātryai namaḥ।
48. oṃ prabhātākhyāyai namaḥ।
49. oṃ sāṃkhyāyanakulodbhavāyai namaḥ।
50. oṃ sarveśvaryai namaḥ।

51. oṃ sarvavidyāyai namaḥ।
52. oṃ sarvamantrādyai namaḥ।
53. oṃ avyayāyai namaḥ।
54. oṃ śuddhavastrāyai namaḥ।
55. oṃ śuddhavidyāyai namaḥ।

56. oṃ śuklamālyānulepanāyai namaḥ।
57. oṃ surasindhusamāyai namaḥ।
58. oṃ saumyāyai namaḥ।
59. oṃ brahmalokanivāsinyai namaḥ।
60. oṃ praṇavapratipādyārthāyai namaḥ।

61. oṃ praṇatoddharaṇakṣamāyai namaḥ।
62. oṃ jalāñjalisusantuṣṭāyai namaḥ।
63. oṃ jalagarbhāyai namaḥ।
64. oṃ jalapriyāyai namaḥ।
65. oṃ svāhāyai namaḥ।

66. oṃ svadhāyai namaḥ।
67. oṃ sudhāsaṃsthāyai namaḥ।
68. oṃ śrauṣaṭvauṣaṭvaṣaṭkriyāyai namaḥ।
69. oṃ surabhyai namaḥ।
70. oṃ ṣoḍaśakalāyai namaḥ।

71. oṃ munibṛndaniṣevitāyai namaḥ।
72. oṃ yajñapriyāyai namaḥ।
73. oṃ yajñamūrtyai namaḥ
74. oṃ sruksruvājyasvarūpiṇyai namaḥ।
75. oṃ akṣamālādharāyai namaḥ।

76. oṃ akṣamālāsaṃsthāyai namaḥ।
77. oṃ akṣarākṛtyai namaḥ।
78. oṃ madhuchandase namaḥ।
79. oṃ ṛṣiprītāyai namaḥ।
80. oṃ svacchandāyai namaḥ।

81. oṃ chandasāṃnidhaye namaḥ।
82. oṃ aṅgulīparvasaṃsthānāyai namaḥ।
83. oṃ caturviṃśatimudrikāyai namaḥ।
84. oṃ brahmamūrtyai namaḥ।
85. oṃ rudraśikhāyai namaḥ।

86. oṃ sahasraparamāmbikāyai namaḥ।
87. oṃ viṣṇuhṛdayāyai namaḥ।
88. oṃ agnimukhyai namaḥ।
89. oṃ śatamadhyāyai namaḥ।
90. oṃ daśāvaraṇāyai namaḥ।

91. oṃ sahasradalapadmasthāyai namaḥ।
92. oṃ haṃsarūpāyai namaḥ।
93. oṃ nirañjanāyai namaḥ।
94. oṃ carācarasthāyai namaḥ।
95. oṃ caturāyai namaḥ।

96. oṃ sūryakoṭisamaprabhāyai namaḥ।
97. oṃ pañcavarṇamukhyai namaḥ।
98. oṃ dhātryai namaḥ।
99. oṃ candrakoṭiśucismitāyai namaḥ।
100. oṃ mahāmāyāyai namaḥ।

101. oṃ vicitrāṅgyai namaḥ।
102. oṃ māyābījanivāsinyai namaḥ।
103. oṃ sarvayantrātmikāyai namaḥ।
104. oṃ sarvatantrarūpāyai namaḥ।
105. oṃ jagaddhitāyai namaḥ।

106. oṃ maryādāpālikāyai namaḥ।
107. oṃ mānyāyai namaḥ।
108. oṃ mahāmantraphalapradāyai namaḥ।

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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