पंचतंत्र की कहानियां
पंचतंत्र की कहानियां न केवल मनोरंजक हैं, बल्कि हर कहानी में व्यावहारिक ज्ञान कूट-कूट के भरा हुआ है। इसकी हर कहानी हमें बहुत कुछ सिखाती है और वह भी बहुत ही रोचक तरीक़े से। आचार्य विष्णु शर्मा का यह प्राचीन ग्रंथ बहुत लोकप्रिय है और इसका दुनिया की अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है।
नीति शास्त्र के इस अद्भुत ग्रंथ को आप सभी के सामने रखते हुए हमें बहुत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। पढ़ें पंचतंत्र की कहानियां हिंदी में (Panchtantra stories in Hindi)–
Panchtantra Ki Kahaniyan – Panchtantra Stories In Hindi
- भूमिका
- पंचतंत्र का इतिहास
1. पंचतंत्र का पहला तंत्र – मित्र-भेद
Panchatantra Ka Pehla Tantra: Mitra-Bheda
- धोखेबाज मित्र
- न राजा बिना सेवक, न सेवक बिना राजा
- बुजदिल मत बनो
- न कोई छोटा, न कोई बड़ा
- शत्रु को तरकीब से मारो
- बुद्धिमान बलवान
- अनजान से बचो
- नीला गीदड़
- विरोधी की चाल
- एकता की जीत
- बुद्धिमान ही महान
- बाधा को पहले सोचो
- मूर्ख मित्र से बुद्धिमान शत्रु अच्छा
2. पंचतंत्र का दूसरा तंत्र – मित्र-सम्प्राप्ति
Panchatantra Ka Dusra Tantra: Mitra-Samprapti
- दोस्ती की ताकत
- धन की शक्ति
- बिना कारण त्याग नहीं
- लालच बुरी बला
- नसीब बलवान है
3. पंचतंत्र का तीसरा तंत्र – काकोलूकीय
Panchtantra Ka Teesra Tantra: Kakolukiya
- युद्ध की नींव
- बड़ों के नाम से लाभ
- पापी का फैसला
- ठगों की चाल
- बहुमत की शक्ति
- लालची बेटा
- प्यार को प्यार दो
- त्याग से स्वर्ग
- सदा भलाई करो
- फूट से लाभ
- अपना भेद किसी को मत दो
- जाति प्रेम
- मूर्ख ही मूर्ख
- बोलती गुफा
- राजनीति से शत्रु को मारो
4. पंचतंत्र का चौथा तंत्र – लब्धप्रणाश
Panchatantra Ka Chautha Tantra: Labdhapranash
- धोखेबाज
- पापी मित्र
- केवल एक बार
- वंश की वीरता
- ब्राह्मणी और पंगु
- नन्द और वररुची की कहानी
- गधा और धोबी
- खेतिहर की स्त्री, धूर्त और सियारिन
- घंटे और ऊंट की कथा
- सियार और सिंह
- कुत्ते की कहानी
5. पंचतंत्र का पाँचवाँ तंत्र – अपरीक्षितकारक
Panchatantra Ka Panchva Tantra: Apareekshitkarak
- ब्राह्मण और नेवला
- चक्रधर की कथा
- सिंह को जिलाने की कहानी
- मूर्ख पंडित
- मच्छ की कथा
- गवैया गधा और सियार
- मंथर बुनकर
- हवाई किले बांधने वाला सोमशर्मा
- बंदरों का दल
- राक्षस और बंदर
- राजकन्या
- राक्षसे ने पकड़ लिया
- भारुंड पक्षी की कहानी
- ब्राह्मण और केंकड़ा
Read all Panchatantra stories on HindiPath now. Written by Acharya Vishnu Sharma, these Panchtantra stories in Hindi contain practical wisdom in easy-to-understand and interesting language. Every story deals with a different aspect and teach something tangible. Padhiye Panchtantra ki kahaniyan Hindi mein.
प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
पंचतंत्र में पाँच तंत्र हैं। पहला मित्र-भेद है। दूसरे का नाम मित्र-संप्राप्ति है। तीसरा काकोलूकीय है। चौथा लब्धप्रणाश नामक है। अंतिम व पाँचवाँ अपरीक्षितकारक नाम से है।
यह पुस्तक मूलतः संस्कृत में लिखी गयी थी। इसमें कुल 84 कहानियां हैं।
विद्वानों का मत है कि इस ग्रंथ की रचना आचार्य विष्णु शर्मा ने की थी। हालाँकि इसके बहुत-से भिन्न-भिन्न संस्करण उपलब्ध हैं।
आचार्य विष्णु शर्मा ने पंचतंत्र की रचना नीति शास्त्र के ग्रंथों का सार सरल भाषा में समझाने के लिए की थी। उनका लिखा मूल ग्रंथ तो अब नहीं मिलता, लेकिन उसके आधार पर रचित अन्य वाचनाएँ मिलती हैं।