स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद के पत्र – कुमारी अल्बर्टा स्टारगीज को लिखित (3 दिसम्बर, 1896)

(स्वामी विवेकानंद का कुमारी अल्बर्टा स्टारगीज को लिखा गया पत्र)

१४, ग्रेकोट गार्डन्स,
वेस्टमिनिस्टर, एस. डब्ल्यू. लन्दन,
३ दिसम्बर, १८९६

प्रिय अल्बर्टा,

इस पत्र के साथ ‘जो-जो’ को लिखित मैबेल का पत्र भेज रहा हूँ। इसमें उल्लिखित समाचार से मुझे बड़ी खुशी हुई और मुझे विश्वास है, तुम्हें भी होगी।

यहाँ से १६ तारीख को भारत रवाना हो रहा हूँ और नेपुल्स में स्टीमर पर सवार हो जाऊँगा। अतः कुछ दिन इटली में और तीन-चार दिन रोम में रहूँगा। विदाई के समय तुमसे मिलकर बड़ी प्रसन्नता होगी।

कप्तान सेवियर और श्रीमती सेवियर दोनों मेरे साथ इंग्लैण्ड से भारत जा रहे हैं और वे भी मेरे साथ इटली में रहेंगे। पिछली ग्रीष्म ऋतु में तुम उनसे मिल चुकी हो। लगभग एक वर्ष में अमेरिका लौटने का मेरा इरादा है और वहाँ से यूरोप आऊँगा।

सप्रेम एवं साशीष,
विवेकानन्द

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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