कविता

गुड़िया हमसे रूठी रहोगी – Gudiya Hamse Roothi Rahogi Lyrics in Hindi

“गुड़िया हमसे रूठी रहोगी” 1964 की प्रसिद्ध फ़िल्म दोस्ती का गाना है। इसे सुरों से सजाया है लता मंगेशकर ने व संगीतबद्ध किया है लक्ष्मीकान्त, प्यारेलाल ने। मजरुह सुल्तानपुरी की क़लम ने जन्म दिया है इन ख़ूबसूरत शब्दों को। फ़िल्म में सुधीर कुमार, सुशील कुमार और संजय खान ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ अदा की हैं। पढ़ें गुड़िया हमसे रूठी रहोगी के बोल हिंदी में (Gudiya Hamse Roothi Rahogi Lyrics In Hindi)–

“गुड़िया हमसे रूठी रहोगी” लिरिक्स

गुड़िया हमसे रूठी रहोगी
कब तक ना हंसोगी
देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी
देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी

गुड़िया हमसे रूठी रहोगी
कब तक ना हंसोगी
देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी
देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी
गुड़िया..

झुकी-झुकी पलकों में आके
देखो गुपचुप आँखों से झांके
तुम्हारी हंसी गुपचुप आँखों से झांके

झुकी-झुकी पलकों में आके
देखो गुपचुप आँखों से झांके
तुम्हारी हंसी गुपचुप आँखों से झांके
फिर भी अँखियाँ बंद करोगी
कब तक ना हंसोगी

देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी
देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी
गुड़िया..

अभी-अभी आँखों से छलके
अभी कुछ-कुछ होठों पे झलके
तुम्हारी हंसी कुछ-कुछ होठों पे झलके

अभी-अभी आँखों से छलके
अभी कुछ-कुछ होठों पे झलके
तुम्हारी हंसी कुछ-कुछ होठों पे झलके
फिर भी मुख पे हाथ धरोगी
कब तक ना हंसोगी

देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी
देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी
गुड़िया

हमसे रूठी रहोगी
कब तक ना हंसोगी
देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी
देखो जी किरण सी लहराई
आयी रे आयी रे हंसी आयी..

फिल्म से जुड़े तथ्य

फिल्मदोस्ती
वर्ष1964
गायक / गायिकालता मंगेशकर
संगीतकारलक्ष्मीकान्त, प्यारेलाल
गीतकारमजरुह सुल्तानपुरी
अभिनेता / अभिनेत्रीसुधीर कुमार, सुशील कुमार, संजय खान

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम गुड़िया हमसे रूठी रहोगी गीत को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें Gudiya Hamse Roothi Rahogi रोमन में-

Gudiya Hamse Roothi Rahogi Lyrics in Hindi

guḍa़iyā hamase rūṭhī rahogī
kaba taka nā haṃsogī
dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī
dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī

guḍa़iyā hamase rūṭhī rahogī
kaba taka nā haṃsogī
dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī
dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī
guḍa़iyā..

jhukī-jhukī palakoṃ meṃ āke
dekho gupacupa ā~khoṃ se jhāṃke
tumhārī haṃsī gupacupa ā~khoṃ se jhāṃke

jhukī-jhukī palakoṃ meṃ āke
dekho gupacupa ā~khoṃ se jhāṃke
tumhārī haṃsī gupacupa ā~khoṃ se jhāṃke
phira bhī a~khiyā~ baṃda karogī
kaba taka nā haṃsogī

dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī
dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī
guḍa़iyā..

abhī-abhī ā~khoṃ se chalake
abhī kucha-kucha hoṭhoṃ pe jhalake
tumhārī haṃsī kucha-kucha hoṭhoṃ pe jhalake

abhī-abhī ā~khoṃ se chalake
abhī kucha-kucha hoṭhoṃ pe jhalake
tumhārī haṃsī kucha-kucha hoṭhoṃ pe jhalake
phira bhī mukha pe hātha dharogī
kaba taka nā haṃsogī

dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī
dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī
guḍa़iyā

hamase rūṭhī rahogī
kaba taka nā haṃsogī
dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī
dekho jī kiraṇa sī laharāī
āyī re āyī re haṃsī āyī..

Facts about the Film

FilmDosti
Year1964
SingerLata Mangeshkar
MusicLaxmikant, Pyarelal
LyricsMajrooh Sultanpur
ActorsSudhir Kumar, Sushil Kumar, Sanjay Khan

यह भी पढ़ें

हम है इस पल यहाँवो किसना हैचाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे लिरिक्सजाने वालो जराराही मनवा दुख की चिंताकोई जब राह न पाएमेरा तो जो भी कदम हैगजाननाहर हर गंगेविघ्नहर्ताबड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयागोविंदा आला रे आलायशोदा का नंदलालायशोमती मैया से बोले नंदलालासाथी हाथ बढ़ानानन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या हैऐसा देस है मेरामां शेरावालिये तेरा शेर आ गयाशिव भोला भंडारीअथ श्री महाभारत कथा गीतसाईनाथ तेरे हज़ारों हाथसाईं बाबा बोलोमंगल भवन अमंगल हारीमुकुंदा मुकुंदा कृष्णा मुकुंदा मुकुंदापल पल दिल के पासतू ही तूमेरे निशानओ पालनहारेहरि बोलमोरया रेमां शेरावालिये तेरा शेर आ गयारांझा शेरशाहकभी तुम्हें कुछ तो हुआ है  ● कल हो न होकेसरिया तेराआजा रे प्यार पुकारेआजा आई बहारआ गुपचुप गुपचुप प्यार करेंआ गले लग जा मेरे सपने मेरे अपनेआ चल के तुझे मैं लेके चलूंआ भी जाआ अब लौट चलेंआ आ भी जाआदमी जो कहता हैआधी रात को खनक गया मेरा कंगनाआधा है चंद्रमा रात आधीआ री आजा निंदियाआ मेरी जान

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!