धर्म

मुरली बजा के मोहना – Murli Bajake Mohana

पढ़ें “मुरली बजा के मोहना” लिरिक्स

मुरली बजा के मोहना,
क्यों कर लिया किनारा।
अपनों से हाय कैसा,
व्यवहार है तुम्हारा॥

ढूंढा गली गली में,
खोजा डगर डगर में।
मन में यही लगन है,
दर्शन मिले दुबारा॥
॥ मुरली बजा के मोहना…॥

मधुबन तुम्ही बताओ,
मोहन कहाँ गया है।
कैसे झुलस गया है,
कोमल बदन तुम्हारा॥
॥ मुरली बजा के मोहना…॥

यमुना तुम्हीं बताओ,
छलिया कहाँ गया है।
तूँ भी छलि गयी है,
कहती है नील धारा॥
॥ मुरली बजा के मोहना…॥

दुनियां कहे दीवानी,
मुझे पागल कहे जमाना।
पर तुमको भूल जाना,
हमको नहीं गवांरा॥
॥ मुरली बजा के मोहना…॥

मुरली बजा के मोहना,
क्यों कर लिया किनारा।
अपनों से हाय कैसा,
व्यवहार है तुम्हारा॥

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर यह मुरली बजा के मोहना ( Murli Bajake Mohana)भजन को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह भजन रोमन में–

Read Murli Bajake Mohana Lyrics

muralī bajā ke mohanā,
kyoṃ kara liyā kinārā।
apanoṃ se hāya kaisā,
vyavahāra hai tumhārā॥

ḍhūṃḍhā galī galī meṃ,
khojā ḍagara ḍagara meṃ।
mana meṃ yahī lagana hai,
darśana mile dubārā॥
॥ muralī bajā ke mohanā…॥

madhubana tumhī batāo,
mohana kahā~ gayā hai।
kaise jhulasa gayā hai,
komala badana tumhārā॥
॥ muralī bajā ke mohanā…॥

yamunā tumhīṃ batāo,
chaliyā kahā~ gayā hai।
tū~ bhī chali gayī hai,
kahatī hai nīla dhārā॥
॥ muralī bajā ke mohanā…॥

duniyāṃ kahe dīvānī,
mujhe pāgala kahe jamānā।
para tumako bhūla jānā,
hamako nahīṃ gavāṃrā॥
॥ muralī bajā ke mohanā…॥

muralī bajā ke mohanā,
kyoṃ kara liyā kinārā।
apanoṃ se hāya kaisā,
vyavahāra hai tumhārā॥

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सुरभि भदौरिया

सात वर्ष की छोटी आयु से ही साहित्य में रुचि रखने वालीं सुरभि भदौरिया एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी चलाती हैं। अपने स्वर्गवासी दादा से प्राप्त साहित्यिक संस्कारों को पल्लवित करते हुए उन्होंने हिंदीपथ.कॉम की नींव डाली है, जिसका उद्देश्य हिन्दी की उत्तम सामग्री को जन-जन तक पहुँचाना है। सुरभि की दिलचस्पी का व्यापक दायरा काव्य, कहानी, नाटक, इतिहास, धर्म और उपन्यास आदि को समाहित किए हुए है। वे हिंदीपथ को निरन्तर नई ऊँचाइंयों पर पहुँचाने में सतत लगी हुई हैं।

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