धर्म

संघ प्रार्थना – Rs prayer Lyrics

संघ की प्रार्थना के बोल अर्थात् लिरिक्स पढ़ें। यह संघ की प्रार्थना रोज प्रातः काल शाखा में गाई जाती है, यह आरएसएस प्रार्थना संस्कृत में है सभी संघसेवक इस प्रार्थना का रोजाना उच्चारण करते हैं। यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अपेक्षा संघ या आर.एस.एस. के नाम से अधिक प्रसिद्ध है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत का एक, हिन्दू राष्ट्रवादी, अर्धसैनिक, स्वयंसेवक संगठन हैं।

नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे
त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोहम्।
महामङ्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे
पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते॥ १॥

प्रभो शक्तिमन् हिन्दुराष्ट्राङ्गभूता
इमे सादरं त्वां नमामो वयम्
त्वदीयाय कार्याय बध्दा कटीयम्
शुभामाशिषं देहि तत्पूर्तये।

अजय्यां च विश्वस्य देहीश शक्तिं
सुशीलं जगद्येन नम्रं भवेत्
श्रुतं चैव यत्कण्टकाकीर्ण मार्गं
स्वयं स्वीकृतं नः सुगं कारयेत्॥ २॥

समुत्कर्षनिःश्रेयस्यैकमुग्रं
परं साधनं नाम वीरव्रतम्
तदन्तः स्फुरत्वक्षया ध्येयनिष्ठा
हृदन्तः प्रजागर्तु तीव्रानिशम्।

विजेत्री च नः संहता कार्यशक्तिर्
विधायास्य धर्मस्य संरक्षणम्।
परं वैभवं नेतुमेतत् स्वराष्ट्रं
समर्था भवत्वाशिषा ते भृशम्॥ ३॥

॥ भारत माता की जय ॥

विदेशों में जा बसे बहुत से देशवासियों की मांग है कि हम आरएसएस प्रार्थना को देवनागरी हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी / रोमन में भी प्रस्तुत करें ताकि वे भी इस गाने को पढ़ सकें व आनंद ले सकें। पढ़ें संघ प्रार्थना (Rss prayer) रोमन में-

Read Namaste sada vatsale

namaste sadā vatsale mātṛbhūme
tvayā hindubhūme sukhaṃ vardhitoham।
mahāmaṅgale puṇyabhūme tvadarthe
patatveṣa kāyo namaste namaste॥ 1॥

prabho śaktiman hindurāṣṭrāṅgabhūtā
ime sādaraṃ tvāṃ namāmo vayam
tvadīyāya kāryāya badhdā kaṭīyam
śubhāmāśiṣaṃ dehi tatpūrtaye।

ajayyāṃ ca viśvasya dehīśa śaktiṃ
suśīlaṃ jagadyena namraṃ bhavet
śrutaṃ caiva yatkaṇṭakākīrṇa mārgaṃ
svayaṃ svīkṛtaṃ naḥ sugaṃ kārayet॥ 2॥

samutkarṣaniḥśreyasyaikamugraṃ
paraṃ sādhanaṃ nāma vīravratam
tadantaḥ sphuratvakṣayā dhyeyaniṣṭhā
hṛdantaḥ prajāgartu tīvrāniśam।

vijetrī ca naḥ saṃhatā kāryaśaktir
vidhāyāsya dharmasya saṃrakṣaṇam।
paraṃ vaibhavaṃ netumetat svarāṣṭraṃ
samarthā bhavatvāśiṣā te bhṛśam॥ 3॥

॥ bhārata mātā kī jaya ॥

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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