स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद के पत्र – कुमारी मेरी हेल को लिखित (21 दिसम्बर, 1894)

(स्वामी विवेकानंद का कुमारी मेरी हेल को लिखा गया पत्र)

केम्ब्रिज,
२१ दिसम्बर, १८९४

प्रिय बहन,

तुम्हारे पिछले पत्र के बाद कुछ नहीं मिला। अगले मंगलवार को मैं न्यूयार्क जा रहा हूँ। इस बीच तुम्हें श्रीमती बुल का पत्र मिला होगा। अगर यह तुम्हें स्वीकार न हो, तो किसी भी दिन आने में मुझे बड़ी प्रसन्नता होगी – अब मुझे समय है, क्योंकि अगले रविवार को छोड़कर व्याख्यान-क्रम समाप्त-प्राय है।

सस्नेह सदा तुम्हारा,
विवेकानन्द

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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