वासुदेव के शोक की कहानी – जातक कथा
“वासुदेव के शोक की कहानी” जातक कथाओं में आती है। इससे हमें सीख मिलती है कि संसार में नश्वर वस्तुओं के लिए शोकग्रस्त नहीं होना चाहिए।
Read More“वासुदेव के शोक की कहानी” जातक कथाओं में आती है। इससे हमें सीख मिलती है कि संसार में नश्वर वस्तुओं के लिए शोकग्रस्त नहीं होना चाहिए।
Read More“आशा का फल” बहुत उपयोगी जातक कथा है। इस कहानी से शिक्षा मिलती है कि जो आशा का दामन नहीं छोड़ते, उन्हें सफलता ज़रूर मिलती है।
Read More“शिवि का नेत्र-दान” प्राचीन जातक कथा है। इसमें महान दानवीर राजा शिवि के महान दान और त्याग का वर्णन किया गया है। पढ़ें यह कहानी हिंदी में।
Read More“पुत्र की सीख” महत्वपूर्ण जातक कथा है। इसमें हमें सीख मिलती है कि हमें अपने माता-पिता का सदैव सम्मान करना चाहिए। पढ़ें यह कहानी हिंदी में।
Read More“दिट्ठ मांगलिका का पुत्र” एक महत्वपूर्ण जातक कथा है। इस कहानी से सीखने को मिलता है कि दान किसे दिया चाहिए और किसे नहीं देना चाहिए।
Read Moreचार अक्षर वाली चीख” जातक कथा की शिक्षा याद रखने योग्य है। दानहीन, दुःखियों की मदद न करने वाले व ग़लत काम करने वाले को नरक भोगना पड़ता है।
Read More“राम कहानी” जातक कथाओं में आती है। यह प्रचलित राम-कथा से थोड़ी-सी भिन्न है। इसमें दुःख के समय स्वयं पर नियंत्रण रखने की शिक्षा मिलती है।
Read More“अंगुलिमाल डाकू की कहानी” जातक कथाओं में प्रसिद्ध कहानी है। इसमें बताया गया है कि किस तरह पूर्व-जन्म में अंगुलिमाल को सही दिशा प्राप्त हुई।
Read Moreशूकर का साहस” एक जातक कथा है। इसमें बताया गया है कि साहस और एकता से बड़ी-से-बड़ी बाधा पर भी विजय पायी जा सकती है। पढ़ें यह कहानी हिंदी में।
Read More“सोने के चंगुल” कहानी जातक कथाओं में आती है। इस मनोरंजक कथा में बताया गया है कि किस सूझ-बूझ से गज-पत्नी ने गजराज के प्राणों की रक्षा की।
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