धर्म

आद्यशक्ति नी आरती – Adhyashakti Aarti

आद्यशक्ति नी आरती (Adhyashakti Aarti) का हिंदी में अर्थ है आद्यशक्ति की आरती। आदि शक्ति जगत का स्रोत हैं और संपूर्ण ब्रह्माण्ड उन्हीं में भासित हो रहा है। अतः माँ जगदम्बा की आराधना और आद्यशक्ति नी आरती गाने से कुछ भी असंभव नहीं है। माँ का स्वभाव तो ममता से भरा हुआ है। वे शीघ्र ही प्रसन्न होने वाली हैं। आद्यशक्ति नी आरती करने से बरबस ही उनकी कृपा मिलने लगती है। ऐसे भक्त के लिए सारी बाधाएँ मिट जाती हैं और जीवन में सृजनात्मक शक्तियाँ साथ देने लगती हैं। जो निर्मल हृदय से माँ को याद करता है तथा आद्यशक्ति नी आरती गाता है उसकी रक्षा स्वयं माता करती हैं। पढ़ें आद्यशक्ति नी आरती–

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आद्य शक्ति, माँ जय आद्य शक्ति,
अखंड ब्रह्माण्ड दीपाव्यां, अखंड ब्रह्माण्ड दीपाव्यां, पडवे प्रगट्या माँ
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

द्वितीय बे स्वरूप, शिवशक्ति जाणुं, माँ शिवशक्ति जाणुं,
ब्रह्मा गणपती गाये, ब्रह्मा गणपती गाये, हरे गाये हर माँ
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

तृतीया त्रण सरूप त्रिभुवनमां बेठा, माँ त्रिभुवनमां बेठा
त्रया स्थकी तरवेणी, त्रया स्थकी तरवेणी, तमे तरवेणी माँ
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

चोथे चतुरा महालक्ष्मी माँ सचराचरव्याप्या, माँ सचराचरव्याप्या;
चार भुजा चौ दिशा, चार भुजा चौ दिशा, प्रगट्या दक्षिणमां
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

पंचमी पंच ऋषी, पंचमी गुण पदमां, माँ पंचमी गुण पदमां
पंच तत्त्व त्यां सोहिये, पंच तत्त्व त्यां सोहिये पंचे तत्वो मा
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे.

षष्ठी तुं नारायणी महिसासुर मारयो, माँ महिसासुर मारयो,
नरनारीने रुपे, नरनारीने रुपे व्याप्या सर्वेमां 
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे.

सप्तमी सप्त पाताल संध्या सावित्री, माँ संध्या सावित्री ,
गौ गंगा गायत्री, गौ गंगा गायत्री गौरी गीता माँ
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

अष्टमी अष्ट भुजा आई आनंदा, माँ आई आनंदा,
सुनीवर मुनीवर जन्म्या, सुनीवर मुनीवर जन्म्या देवो दैत्यो मां
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

नवमी नवकुळ नाग सेवे नवदुर्गा, माँ सेवे नवदुर्गा,
नवरात्रीना पूजन, शिवरात्रीना अर्चन कीधा हर ब्रह्मा
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

दसमे दस अवतार जय विजयादशमी, माँ जय विजयादशमी,
रामे रावण मार्‍या, रामे रावण मार्‍या रावण रोड्यो माँ
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

एकादशी अगीयारस कात्यायनी कामा, माँ कात्यायनी कामा,
काम दुर्गा कालिका, काम दुर्गा कालिका श्यामा ने रामा
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

बारशे बाळा रूप बहुचरी अम्बा माँ, माँ बहुचरी अम्बा माँ,
बटुक भैरव सोहिये, काल भैरव सोहिये, तारा छे तुजमां
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

तेरशे तुळजा रूप तमे तारुणि माता, तमे तारुणि माता,
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव, ब्रह्मा विष्णु सदाशिव गुण तारा गाता
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

चौदशे चौदा रूप चंडी चामुंडा, माँ चण्डी चामुण्डा,
भावभक्ति कयीं आपो, चतुराई कयीं आपो, सिंहवाहिनी माँ
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

पूनमे कुम्भ भर्यो सांभळ जे करुणा, माँ सांभळजो करुणा
वसिष्ठ देवे वखाण्या, मार्तण्ड मुनिये वखाण्या, गाये शुभकविता
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

संवत सोळ सतावन सोळशे बावीश मां, माँ सोळशे बावीस मां,
संवत सोळे प्रगट्यां, संवत सोळे प्रगट्यां रेवा ने तीरे, माँ गंगाने तीरे
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

त्रंबावटी नगरी आईं रुपावटी नगरी, माँ मंछावटी नगरी,
सोळ सहस्त्र त्यां सोहिये, सोळ सहस्त्र त्यां सोहिये क्षमा करो गौरी, माँ दया करो गौरी
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

शिवशक्ति नि आरती जे भावे गाशे, माँ जे प्रेमे गाशे,
भणे शिवानंद स्वामी, भणे भोळानंद स्वामी ,सुख संपति थाशे,
हर कैलाशे जाशे, माँ अम्बा दुख हरशे
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

माँ नो मंडप लाल गुलाबी, शोभा बऊ सारी, शोभा बऊ सारी
अभिल उडे आनंदे, गुलाल उडे आनंदे, पुष्पो वरसे माँ
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

माँ नी चूनड़ी लाल गुलाबी, शोभा बहु सारी, शोभा बऊ सारी
चुंदड़ी माँ हिरला चमके, चुंदड़ी माँ ताराला चमके, जय बहुचरवाली
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

ए बे एक स्वरुप, अंतर नवधरशो, अंतर नवधरशो
भोळा भवानी ने भजता, भोळा भवानी ने भजता भवसागर तरसो
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

भाव ना जाणू, भक्ती ना जाणू, नवं जाणू सेवा, नवं जाणू सेवा
वल्लभ वट ने राखो, आ बाळक ने राखो, चरणे सुख देवा
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

आद्य शक्ति, माँ जय आद्य शक्ति,
अखंड ब्रह्माण्ड दीपाव्यां, अखंड ब्रह्माण्ड दीपाव्यां पडवे प्रगट्या माँ
ॐ जय ॐ जय ॐ माँ जगदम्बे

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर आद्यशक्ति नी आरती (Adhyashakti Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें आद्यशक्ति नी आरती रोमन में–

ādya śakti, mā~ jaya ādya śakti,
akhaṃḍa brahmāṇḍa dīpāvyāṃ, akhaṃḍa brahmāṇḍa dīpāvyāṃ, paḍave pragaṭyā mā~
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

dvitīya be svarūpa, śivaśakti jāṇuṃ, mā~ śivaśakti jāṇuṃ,
brahmā gaṇapatī gāye, brahmā gaṇapatī gāye, hare gāye hara mā~
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

tṛtīyā traṇa sarūpa tribhuvanamāṃ beṭhā, mā~ tribhuvanamāṃ beṭhā
trayā sthakī taraveṇī, trayā sthakī taraveṇī, tame taraveṇī mā~
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

cothe caturā mahālakṣmī mā~ sacarācaravyāpyā, mā~ sacarācaravyāpyā;
cāra bhujā cau diśā, cāra bhujā cau diśā, pragaṭyā dakṣiṇamāṃ
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

paṃcamī paṃca ṛṣī, paṃcamī guṇa padamāṃ, mā~ paṃcamī guṇa padamāṃ
paṃca tattva tyāṃ sohiye, paṃca tattva tyāṃ sohiye paṃce tatvo mā
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe.

ṣaṣṭhī tuṃ nārāyaṇī mahisāsura mārayo, mā~ mahisāsura mārayo,
naranārīne rupe, naranārīne rupe vyāpyā sarvemāṃ
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe.

saptamī sapta pātāla saṃdhyā sāvitrī, mā~ saṃdhyā sāvitrī ,
gau gaṃgā gāyatrī, gau gaṃgā gāyatrī gaurī gītā mā~
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

aṣṭamī aṣṭa bhujā āī ānaṃdā, mā~ āī ānaṃdā,
sunīvara munīvara janmyā, sunīvara munīvara janmyā devo daityo māṃ
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

navamī navakuḻa nāga seve navadurgā, mā~ seve navadurgā,
navarātrīnā pūjana, śivarātrīnā arcana kīdhā hara brahmā
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

dasame dasa avatāra jaya vijayādaśamī, mā~ jaya vijayādaśamī,
rāme rāvaṇa mār‍yā, rāme rāvaṇa mār‍yā rāvaṇa roḍyo mā~
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

ekādaśī agīyārasa kātyāyanī kāmā, mā~ kātyāyanī kāmā,
kāma durgā kālikā, kāma durgā kālikā śyāmā ne rāmā
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

bāraśe bāḻā rūpa bahucarī ambā mā~, mā~ bahucarī ambā mā~,
baṭuka bhairava sohiye, kāla bhairava sohiye, tārā che tujamāṃ
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

teraśe tuḻajā rūpa tame tāruṇi mātā, tame tāruṇi mātā,
brahmā viṣṇu sadāśiva, brahmā viṣṇu sadāśiva guṇa tārā gātā
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

caudaśe caudā rūpa caṃḍī cāmuṃḍā, mā~ caṇḍī cāmuṇḍā,
bhāvabhakti kayīṃ āpo, caturāī kayīṃ āpo, siṃhavāhinī mā~
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

pūname kumbha bharyo sāṃbhaḻa je karuṇā, mā~ sāṃbhaḻajo karuṇā
vasiṣṭha deve vakhāṇyā, mārtaṇḍa muniye vakhāṇyā, gāye śubhakavitā
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

saṃvata soḻa satāvana soḻaśe bāvīśa māṃ, mā~ soḻaśe bāvīsa māṃ,
saṃvata soḻe pragaṭyāṃ, saṃvata soḻe pragaṭyāṃ revā ne tīre, mā~ gaṃgāne tīre
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

traṃbāvaṭī nagarī āīṃ rupāvaṭī nagarī, mā~ maṃchāvaṭī nagarī,
soḻa sahastra tyāṃ sohiye, soḻa sahastra tyāṃ sohiye kṣamā karo gaurī, mā~ dayā karo gaurī
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

śivaśakti ni āratī je bhāve gāśe, mā~ je preme gāśe,
bhaṇe śivānaṃda svāmī, bhaṇe bhoḻānaṃda svāmī ,sukha saṃpati thāśe,
hara kailāśe jāśe, mā~ ambā dukha haraśe
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

mā~ no maṃḍapa lāla gulābī, śobhā baū sārī, śobhā baū sārī
abhila uḍe ānaṃde, gulāla uḍe ānaṃde, puṣpo varase mā~
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

mā~ nī cūnaड़ī lāla gulābī, śobhā bahu sārī, śobhā baū sārī
cuṃdaड़ī mā~ hiralā camake, cuṃdaड़ī mā~ tārālā camake, jaya bahucaravālī
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

e be eka svarupa, aṃtara navadharaśo, aṃtara navadharaśo
bhoḻā bhavānī ne bhajatā, bhoḻā bhavānī ne bhajatā bhavasāgara taraso
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

bhāva nā jāṇū, bhaktī nā jāṇū, navaṃ jāṇū sevā, navaṃ jāṇū sevā
vallabha vaṭa ne rākho, ā bāḻaka ne rākho, caraṇe sukha devā
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

ādya śakti, mā~ jaya ādya śakti,
akhaṃḍa brahmāṇḍa dīpāvyāṃ, akhaṃḍa brahmāṇḍa dīpāvyāṃ paḍave pragaṭyā mā~
oṃ jaya oṃ jaya oṃ mā~ jagadambe

सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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