भगवान नेमिनाथ की आरती – Neminath Aarti
भगवान नेमिनाथ की आरती (Neminath Aarti) का पाठ करने से जीवन से अज्ञान रुपी अंधकार दूर होता हैI जैन धर्म के बाइसवें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की आरती का श्रवण करने से मधुर एवं ओजस्वी वाणी बोलने की शिक्षा मिलती हैI कहते हैं सच्चे हृदय से भगवान नेमिनाथ की आरती करने से मन पावन और निर्मल बनता है तथा दूसरों के प्रति दया, धर्म और प्रेम जैसे गुणों का जीवन में विकास होता हैI नेमिनाथ आरती पढ़ें और कठिन से कठिन समय का साहस से सामना करेंI
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जय जय नेमिनाथ भगवान, हम करते तेरा गुणगान।
तेरी आरति से मिटता है तिमिर अज्ञान॥
करते प्रभू जगत कल्याण, तुमने पाया पद निर्वाण,
तेरी आरति से मिटता है तिमिर अज्ञान॥टेक.॥
राजुल को त्यागा प्रभुजी ब्याह ना रचाया।
गिरिनार गिरि पर जाकर योग लगाया॥
प्राप्त हुआ फिर केवलज्ञान, दूर हुआ सारा अज्ञान,
तेरी आरति से मिटता है तिमिर अज्ञान॥१॥
शिवादेवी माता तुमसे धन्य हुईं थीं।
शौरीपुरी की जनता पुलकित हुई थी॥
समुद्रविजय की कीर्ति महान, गाई सुर इन्द्रों ने आन,
तेरी आरति से मिटता है तिमिर अज्ञान॥२॥
सांझ सबेरे प्रभु की आरति उतारूँ।
तेरे गुण गाके निज के गुणों को भी पा लूँ॥
करे ‘चंदनामति’ गुणगान, होवे मेरा भी कल्याण,
तेरी आरति से मिटता है तिमिर अज्ञान॥३॥
विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर भगवान नेमिनाथ की आरती (Neminath Aarti) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें भगवान नेमिनाथ की आरती रोमन में–
jaya jaya neminātha bhagavāna, hama karate terā guṇagāna।
terī ārati se miṭatā hai timira ajñāna॥
karate prabhū jagata kalyāṇa, tumane pāyā pada nirvāṇa,
terī ārati se miṭatā hai timira ajñāna॥ṭeka.॥
rājula ko tyāgā prabhujī byāha nā racāyā।
girināra giri para jākara yoga lagāyā॥
prāpta huā phira kevalajñāna, dūra huā sārā ajñāna,
terī ārati se miṭatā hai timira ajñāna॥1॥
śivādevī mātā tumase dhanya huīṃ thīṃ।
śaurīpurī kī janatā pulakita huī thī॥
samudravijaya kī kīrti mahāna, gāī sura indroṃ ne āna,
terī ārati se miṭatā hai timira ajñāna॥2॥
sāṃjha sabere prabhu kī ārati utārū~।
tere guṇa gāke nija ke guṇoṃ ko bhī pā lū~॥
kare ‘caṃdanāmati’ guṇagāna, hove merā bhī kalyāṇa,
terī ārati se miṭatā hai timira ajñāna॥3॥