धर्म

भो शंम्भो शिव शम्भो स्वयंभो – Bho Shambho Shiva Shambho Swayambho Lyrics In Hindi

शिव भो शंम्भो शिव शम्भो स्वयंभो
भो शम्भो शिव शम्भो स्वयंभो
गङ्गाधर शंकर करुणाकर मामव भवसागर तारक

निर्गुण परब्रह्म स्वरुप गमगम भूत प्रपञ्चा रहित
निज गुहानिहित नितान्त अनन्त आनन्द अतिशय अक्सयलिङ्ग

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धिमित धिमित धिमि धिमिकित किततों तों तों तरिकित तरिकितकित तों
मातङ्ग मुनिवर वन्दिता इष सर्व दिगंबर वेस्तित
वेस इष सबेष नित्य निरञ्जन नित्य न अतेष इष सबेष सर्वेश

विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर हम भो शंम्भो शिव शम्भो स्वयंभो भजन को रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह शिव भजन रोमन में–

Read Bho Shambho Shiva Shambho Swayambho Lyrics

śiva bho śaṃmbho śiva śambho svayaṃbho
bho śambho śiva śambho svayaṃbho
gaṅgādhara śaṃkara karuṇākara māmava bhavasāgara tāraka

nirguṇa parabrahma svarupa gamagama bhūta prapañcā rahita
nija guhānihita nitānta ananta ānanda atiśaya aksayaliṅga

dhimita dhimita dhimi dhimikita kitatoṃ toṃ toṃ tarikita tarikitakita toṃ
mātaṅga munivara vanditā iṣa sarva digaṃbara vestita
vesa iṣa sabeṣa nitya nirañjana nitya na ateṣa iṣa sabeṣa sarveśa

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सन्दीप शाह

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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