नर कंकालों की बस्ती में उड़े धुआँ बस धुआँ धुआँ, पे गये चिलम पे चिलम दे गंबर देखो कितना मस्त हुआ, भांग धतूरा खाये भोला भांग भरी पैमाने में, भोला नाचे मलंग मसाने में॥
अनुपम मोहित विनय करे है, तुम सा कौन ज़माने में, भोला नाचे मलंग मसाने में॥
विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर हम भोला नाचे भजन को रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह शिव भजन रोमन में–
सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।