स्वास्थ्य

एलोवेरा के फायदे – Elovera Ke Fayde

आयुर्वेद के प्राचीन ग्रन्थों में एलोवेरा के फायदे अनेक बताए गए हैं। संस्कृत में घृतकुमारी, हिंदी व अंग्रेज़ी में एलोवेरा के नाम से प्रचलित यह पौधा गुणों की खान है।

लगभग पूरी दुनिया में पाए जाने वाले इस नन्हे-से पौधे का उपयोग सदियों से सौन्दर्य प्रसाधनों और विभिन्न घरेलू उपचारों के लिए होता आया है। इसके गूदे में–जिसे जेल भी कहते हैं–विटामिन, मिनरल्स, एंज़ाइम्स, एमिनो एसिड और शुगर भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

यह भी पढ़ें – अंडे खाने के फायदे

वैसे, आज के समय में एलोवेरा किसी परिचय का मोहताज नहीं है। इसे साइलेंट हीलर या वेंड ऑफ़ हेवन भी बोलते हैं क्योंकि यह है ही इतना चमत्कारी पौधा। ख़ासकर बालों और त्वचा की देखभाल के लिए बने प्रसाधनों में एलोवेरा का प्रमुख रूप से प्रयोग मिलता है। एलोवेरा की तासीर शीतल है।

यही वजह है कि इसे घाव पर लगाने से ठंडक मिलती है और घाव तुरंत भर जाता है। आप अगर नियमित एलोवेरा का सेवन करेंगे तो कुछ ही दिनों में आपकी त्वचा में एक अनोखी चमक आने लगेगी।

पेट सम्बन्धी बीमारियों में एलोवेरा जेल का सुबह खाली पेट सेवन करना काफ़ी फायदा देता है। एलोवेरा जेल को बराबर मात्रा में लेने से इसका लाभ दुगना हो जाता है। यह जेल रोज़ाना चेहरे पर लगाएँ, कुछ ही दिनों में आपको दाग़-धब्बों और मुँहासों जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। वैसे, हम आपको वंडर प्लांट एलोवेरा के कई और फायदे भी बताएँगे जो आपकी सेहत और सुन्दरता निखारने में काफ़ी मददगार साबित होंगे। तो चलिए जानते हैं एलोवेरा के फायदे और अनगिनत अन्य उपयोग।

यह भी पढ़ें – अंजीर के फायदे

1. एलोवेरा के एंटी-एजिंग गुण आपको रखेंगे सदा जवाँ

एलोवेरा की इलास्टिन फाइबर और कोलाजेन बनाने की क्षमता इसे प्रमुख रूप से एक सौन्दर्य औषधि बनाती है। एलोवेरा को किसी भी रूप में त्वचा में इस्तेमाल करने से त्वचा की झुर्रियाँ कम होने लगती हैं। एलोवेरा जेल त्वचा की झाइयों को भी दूर करने में मदद करता है। इसके अंदर पानी भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए यह त्वचा को लम्बे समय तक नमी प्रदान करता है।

प्रयोग के लिए इसे अपनी गर्दन और चेहरे पर कुछ सूखने तक लगा रहने दें, फिर पानी से धो लें। थोड़े दिनों के उपयोग से ही धीरे-धीरे दाग़ ग़ायब हो जायेंगे और त्वचा में एक कसावट महसूस होगी। एलोवेरा जेल के फायदे देखते हुए आप इसे चाहें तो बाज़ार से रेडीमेड ख़रीद सकते हैं या फिर घर पर भी तैयार कर सकते हैं। इस पौधे से एक टुकड़ा चाकू से काटकर उसके अंदर का गूदा निकालकर रख लें। आप चाहें तो एलोवेरा के गूदे को फ्रिज में भी स्टोर कर सकते हैं।

2. सामान्य जलने-कटने या घाव में एलोवेरा के फायदे

एलोवेरा में एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व होते हैं जो जलन दूर करके घाव भरने में मदद करते हैं। त्वचा के जले हुए हिस्से पर एलोवेरा का जेल लगाकर सूखने दें। दिन में दो या तीन बार जेल का प्रयोग घाव वाले स्थान पर करें। इसी तरह अगर त्वचा कहीं से कट जाये तो उस पर भी आप एलोवेरा जेल को घरेलू उपचार के तौर पर लगा सकते हैं। दरअसल, एलोवेरा शरीर में ह्यूमन फाइबरो ब्लास्ट सेल्स के निर्माण को छः से आठ गुना तेज़ी से बढ़ा देता है जिससे घाव जल्द भर जाता है।

यह भी पढ़ें – कब्ज का परमानेंट इलाज

3. एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणों का खज़ाना

एलोवेरा की अंदरूनी सतह पर कुछ ऐसे बैक्टीरिया रोधी तत्व मिलते हैं, जो इसे एक प्रभावशाली एंटी बैक्टीरियल बनाते हैं। यही वजह है कि इसे कई प्रमुख दवाइयों में उपयोग किया जाता है। त्वचा में जिस जगह पर फंगस या दाद के निशान हों, उस जगह को सूखा रखें और नियमित तौर पर दिन में दो बार एलोवेरा जेल लगाएँ। इसके साथ ही एलोवेरा जूस का सेवन करना भी फायदेमंद रहेगा। दरअसल, दाद-खाज या खुजली की समस्या गर्मी और बरसात के मौसम में अधिक होती है। हवा में नमी की अधिकता के कारण त्वचा की ऊपरी परत पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। ऐसे में एलोवेरा में मौजूद एंटी बैक्टीरियल तत्व त्वचा को काफ़ी हद तक राहत पहुँचाता है।

4. आँखों के नीचे काले घेरे, झुर्रियां और थकी आँखों को दे आराम

किसी भी चेहरे का सबसे प्रभावशाली हिस्सा आँखें होती हैं। आज की व्यस्त और भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी का सबसे ज़्यादा असर भी हमारी आँखों पर ही पड़ता है। कंप्यूटर और मोबाइल पर अधिक समय बिताने के कारण आँखो की थकावट, आँखों में नीचे काले घेरे और असमय झुर्रियां पड़ने की समस्या होने लगती है। जिस वजह से चेहरा बेजान नज़र आने लगता है। ऐसे में अपनी थकी हुई आँखों को एलोवेरा की ठंडक देकर उन्हें फिर से तरोताज़ा करें। ताज़ा एलोवेरा जेल लेकर आँखों के अंदरूनी हिस्से को बचाते हुए आँखों के काले घेरों पर लगाकर कुछ देर रहने दें। फिर ठंडे पानी से धोकर थपथपाते हुए हल्के हाथों से आँखों को सुखा लें। गर्मियों में ताज़े एलोवेरा जूस के आइस क्यूब बनाकर रख लें। एलोवेरा क्यूब्स आँखों पर आई पैक की तरह उपयोग करने से आँखों की जलन शांत होती है और थकी हुई आँखों को आराम मिलता है।

5. एलोवेरा से पाएँ स्वस्थ और चमकते दाँत

एलोवेरा का उपयोग त्वचा और बालों के अलावा दाँतों को स्वस्थ और मज़बूत रखने के लिए भी किया जाता है। दाँतों की एक आम-सी समस्या है जिंजीवाईटस। अक्सर खाने के बाद दाँतों की ऊपरी परत पर प्लेक्यू या बैक्टीरिया दाँतों के अंदर बचे-खुचे भोजन के अंश को खाने के लिए जमा होते हैं और कुछ ही समय बाद दाँतों की कैविटी, साँस की बदबू और दंत क्षय जैसी परेशानियाँ होने लगती हैं। इसलिए दाँतों को सुबह शाम ब्रश करते वक़्त मसूड़ों में एलोवेरा के जेल का लेप लगाएँ और फिर कुल्ला कर लें।

आप देखेंगे कि कुछ दिनों में आपके दाँतों से पीलापन दूर हो जाएगा और आपके मसूड़े भी स्वस्थ रहेंगे। एलोवेरा मुँह के छालों में भी काफ़ी लाभदायक सिद्ध होता है। यूँ तो एलोवेरा जूस के फायदे बहुत-से हैं, लेकिन माउथ अल्सर में यह रामबाण दवा है। माउथ अल्सर में एलोवेरा जूस मुँह में भरकर कुल्ले करें और सुबह खाली पेट रस का सेवन करें।

6. एक्जीमा और सिरोसिस में एलोवेरा जेल के फायदे

त्वचा-सम्बन्धी रोगों में सामान्यतः एक्जीमा और सिरोसिस प्रमुख रोग हैं। इसमें त्वचा पर बड़े-बड़े लाल चकत्ते उभर आते हैं और अत्यंत खुजली होती है। त्वचा पपड़ीदार हो जाती है और अधिक खुजलाने पर ख़ून भी निकल आता है। अगर आप भी इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं और कई तरह के लोशन और क्रीम आज़माकर थक चुके हैं, तो एक बार एलोवेरा का प्रयोग करके भी देख लें। खाज वाली जगह पर एलोवेरा जेल का लंबे समय तक उपयोग करने से घाव धीरे-धीरे भरने लगते हैं।

एलोवेरा जेल को लगाने से पहले इसकी थोड़ी-सी मात्रा पहले अपनी कुहनी के अंदरूनी भाग में लगाकर इस बात की तसल्ली कर लें कि इसका आपकी त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट या एलर्जी ना हो। एलोवेरा जेल के अभाव में ऐसी क्रीम या लोशन प्रयोग कर सकते हैं जिनमें एलोवेरा की अधिक मात्रा हो। इसके साथ ही जैसा कि हमने पहले भी कहा है–एलोवेरा का सेवन खून को शुद्ध करता है। इसलिए जितना हो सके त्वचा को स्वस्थ बनाने के लिए एलोवेरा का सेवन लगातार करते रहें।

7. एलोवेरा शेविंग क्रीम – त्वचा को दे एक मखमली एहसास

अक्सर विज्ञापनों में हम महंगी शेविंग क्रीम देखते हैं और उन्हें ख़रीद लेते हैं, लेकिन कई बार इन महंगे प्रसाधनों का त्वचा पर लंबे समय तक इस्तेमाल करना हानिकारक प्रभाव डालता है। जिन लोगो की त्वचा सवेंदनशील होती है उन्हें और भी ज़्यादा परेशानी होती है। ऐसे में एलोवेरा जेल से एक किफ़ायती शेविंग क्रीम बनायी जा सकती है, जिससे आपकी त्वचा को कोई नुक़सान भी नहीं होगा और शेव करते समय त्वचा के कटने और छिलने पर भी आराम मिलेगा।

एलोवेरा की शेविंग क्रीम बनाने के लिए एक तिहाई कप एलोवेरा जेल में एक चौथाई कप हैण्ड सोप मिला लें। इसमें एक चम्मच बादाम या जैतून का तेल, एक चम्मच विटामिन ई तेल, क़रीब पाँच बूंदें यूक्लिपटिस के तेल की और एक चौथाई कप कुनकुना पानी मिलाकर एक पम्पिंग बोटेल में भरकर रख लें। प्रयोग से पूर्व मिश्रण को अच्छे से हिला लें। इस मिश्रण को फ्रिज में छः महीने के लिए रखा जा सकता है।

यह भी पढ़ें –

8. एलोवरा का पर्सनल हाईजीन के लिए उपयोग

बहुत-सी महिलाओं को माहवारी के दौरान या बाद में गुप्तांगो में जलन और खुजली की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। गुप्तांग के पास की त्वचा में पसीना आने और मासिक धर्म के दौरान साफफ़-सफ़ाई के अभाव में संक्रमण की संभावना भी अधिक रहती है और बार-बार खुजाने से त्वचा लाल हो जाती है और तेज़ जलन की अनुभूति होती है, जोकि काफ़ी कष्टदायक स्थिति है। जिन महिलाओं को इस तरह की परेशानी है उन्हें मासिक के दौरान कुछ बातों का ख़ास ध्यान रखना चाहिए। वस्त्र बहुत कसे हुए ना हों और जितना हो सके इन दिनों सूती कपड़े ही पहनें। शरीर के जिन हिस्सों में पसीना ज़्यादा आता हो, वहाँ की त्वचा सूखी रखें। जलन और खुजली होने पर एलोवेरा का गूदा निकालकर लेप करें। साबुन का उपयोग गुप्तांगो के पास की त्वचा पर ना ही करें तो अच्छा है।

9. रूखी कटी-फटी एड़ियाँ बनें मुलायम एलोवेरा से

एलोवेरा के फायदे तो बहुत-से हैं, लेकिन अब बात करते हैं कि किस तरह इससे फटी एड़ियों को ठीक किया जा सकता है। बहु-उपयोगी एलोवेरा जेल से आप अपनी फटी एड़ियों और पैरों को मखमल जैसा मुलायम बनाने के लिए भी उपयोग कर सकते हैं। इसे पैरों में लगाने के लिए 2 कप एलोवेरा जेल में आधा कप कोर्न पाउडर और आधा कप ओटमील पाउडर लेकर उसमें कोई भी ख़ुशबू-रहित बॉडी लोशन मिलाकर एक शीशी में भर लें। पैरों में इस लोशन को लगाकर दस मिनट बाद गुनगुने पानी से पैर धो लें। पैरों को अच्छे से पोंछकर एलोवेरा जेल में विटामिन ई तेल की कुछ बूंदें मिलाकर लगाने से कुछ ही दिनों में आपकी फटी हुई एड़ियाँ फिर से मुलायम हो उठेंगी।

10. बच्चों को जब काटें मच्छर, तो काम आए एलोवेरा

बच्चों की नर्म-मुलायम त्वचा पर मच्छरों के काटने से निशान पड़ जाते हैं और उन्हें काफ़ी तकलीफ़ भी होती है। विशेष रूप से अगर आपका बच्चा काफ़ी छोटा है तो आप उसके शरीर पर एलोवेरा जेल लगाएँ। इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्व मच्छरों के काटने से होने वाली जलन को और उस हिस्से में होने वाली सूजन से राहत दिलाता है।

इसके अतिरिक्त एलोवेरा के कई ऐसे लाभ भी हैं जो इसके नियमित सेवन और प्रयोग के बाद ही अनुभव होते हैं। एलोवेरा का पौधा सहज और सर्व-सुलभ होता है। प्रायः हर घर में एलोवेरा का पौधा मिल जाता है, परन्तु अधिकतर लोग जानकारी के अभाव में इसके बहुगुणी उपयोगों से अंजान रहते हैं। लेकिन हमने जो आपको इसके कुछ फायदों के बारे में जानकरी दी है, आशा है कि आप इससे से लाभान्वित होंगे।

यह भी पढ़ें

ममता रैना

ममता रैना दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे सात वर्षों से लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं तथा उनके लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। ममता का मानना है कि एक अच्छा लेखक होने के लिए अच्छा पाठक होना बेहद ज़रूरी है। साथ ही वे लेखन के लिए अपने आस-पास हो रही घटनाओं के प्रति संवेदनशीलता को आवश्यक मानती हैं। वे हिंदीपथ.कॉम पर लगातार सक्रिय हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी पथ
error: यह सामग्री सुरक्षित है !!